उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले शिवपाल यादव और अखिलेश यादव की आपसी कलह फिर से सामने आई है। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल यादव ने इस बार अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी पर बड़ा हमला बोला है। एक कार्यक्रम में पहुंचे शिवपाल ने कहा कि मैंने भी पांडवों की तरह सम्मान मांगा था, लेकिन अब कौरवों से युद्ध होगा।
इटावा में एक शोरूम का उद्घाटन करने पहुंचे शिवपाल ने कहा, ‘अब तो युद्ध ही होना है क्योंकि द्रोणाचार्य और भीष्म को कोई नहीं मार सकता था। पांडवों ने तो 5 गांव मांगे थे और पूरा राज्य कौरवों के लिए छोड़ दिया था। उसी तरह मैंने भी अपने साथियों के लिए सम्मान मांगा था लेकिन अब मैं इंतजार करते-करते थक गया हूं। आज भी मैंने फोन किया था। मैसेज किया था। बात कर लो बात करना जरूरी है। भाजपा को हटाना भी जरूरी है लेकिन अभी तक कोई बात नहीं हुई।’
इस कार्यक्रम में शिवपाल यादव ने लखीमपुर हिंसा का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, ‘कल जब हम लखीमपुर जा रहे थे उस समय हम को भी हाउस अरेस्ट कर लिया गया। मैंने पुलिस को चकमा दिया हम निकल भी गए लेकिन जैसे ही लखनऊ से निकले तो पुलिस को पता चल गया, उन्होंने बैरिकेडिंग लगाकर हमें गिरफ्तार कर लिया।’
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बीजेपी पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा, ‘हिंदुस्तान पर कर्जा बढ़ा है। हमारा देश बांग्लादेश और पाकिस्तान से पीछे है। केवल अफगानिस्तान से आगे है।’
यूपी चुनाव को लेकर अखिलेश और शिवपाल के बीच अब तक गठबंधन को लेकर बात नहीं बन सकी है। शिवपाल ने अखिलेश को 11 अक्टूबर तक गठबंधन पर सबकुछ फाइनल करने का अल्टीमेटम दिया है। अखिलेश से बात नहीं बन पाने के कारण शिवपाल दूसरी पार्टियों से भी गठबंधन नहीं कर पा रहे हैं। हालांकि, बताया जा रहा है गठबंधन को लेकर उनकी ओवैसी और ओमप्रकाश राजभर से भी बात चल रही है।