ढाका। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय दौरे के लिए बांग्लादेश पहुंचे हैं। शुक्रवार की शाम को पीएम मोदी ने ढाका में बांग्लादेश के राष्ट्रीय दिवस पर एक कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर हिस्सा लिया।
नेशनल परेड स्क्वायर से पीएम मोदी ने संबोधन दिया। यहां उन्होंने शेख मुजीबुर रहमान को साल 2020 का गांधी शांति पुरस्कार से नवाजा। रहमान की छोटी बेटी शेख रेहाना ने यह पुरस्कार ग्रहण किया। पीएम ने मुक्ति युद्ध में शामिल जवानों को नमन किया। उन्होंने इस कार्यक्रम में न्योता देने के लिए बांग्लादेश को धन्यवाद कहते हुए कहा कि दोनों देशों के संबंध मजबूत हो रहे हैं।
#WATCH live from Dhaka, Bangladesh: PM Modi speaks at the National Day program as its Guest of Honour. (Source: DD) https://t.co/ASTFRZd9wc
— ANI (@ANI) March 26, 2021
उन्होंने कहा कि बांग्लादेश दिवस पर निमंत्रण देने के लिए प्रधानमंत्री शेख हसीना को धन्यवाद। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत और बांग्लादेश का चुनौतियां भी साझा हैं और समस्याएं भी। भारत और बांग्लादेश के सामने आतंक का खतरा है और दोनों देशों के पास लोकतंत्र की ताकत है। कोरोना काल में दोनों देशों को बीच अच्छा तालमेल रहा। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिए मेड इन इंडिया वैक्सीन बांग्लादेश के काम भी आ रही है।
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मोदी ने कहा कि मेरी उम्र 20-22 साल रही होगी जब मैंने और मेरे कई साथियों ने बांग्लादेश के लोगों की आजादी के लिए सत्याग्रह किया था, मैंने गिरफ्तारी दी थी। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश के मेरे भाइयों और बहनों को, यहां की नौजवान पीढ़ी को मैं एक और बात बहुत गर्व से याद दिलाना चाहता हूं। बांग्लादेश की आजादी के लिए संघर्ष में शामिल होना, मेरे जीवन के भी पहले आंदोलनों में से एक था।
इस दौरान बांग्लादेश के राष्ट्रपिता शेख मुजीबुर रहमान को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए ‘मुजीब जैकेट’ पहन कर आए। उन्होंने कहा कि यह हम भारतीयों के लिए गर्व का विषय है कि हमें शेख मुजीबुर रहमान को गांधी शांति पुरस्कार से सम्मानित करने का अवसर मिला।
प्रधानमंत्री मोदी के दौरे पर भाजपा सांसद शांतनु ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की ओरकंडी यात्रा अच्छा संदेश है। यहां प्रधानमंत्री मोदी ने मतुआ समुदाय के मंदिरों में पूजा की और लोगों से मुलाकात की। यह भारत और बांग्लादेश में मतुआ समुदाय को मान्यता देगा। देश को आगे ले जाने में दोनों देशों के शीर्ष नेताओं की बड़ी भूमिका है।
प्रधानमंत्री मोदी ने मतुआ समुदाय के मंदिर में पूजा-अर्चना करने के बाद ढाका में युवाओं से मुलाकात की। इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी बांग्लादेश के मुक्ति संग्राम सेनानियों ‘मुक्तिजोधस’ से भी मुलाकात की।
प्रधानमंत्री मोदी के दौरे पर बांग्लादेश के विदेश मंत्री एक अब्दुल मोमेन ने कहा कि बिना एक गोली के हम हमारे सभी लक्ष्य हासिल कर रहे हैं। भारत के लिए पूर्वी सीमा सुरक्षित है, क्योंकि बांग्लादेश के साथ भारत के मजबूत संबंध हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में कोरोना जैसी वैश्विक बीमारी से लड़ने में मदद मिली।
उन्होंने आगे कहा कि पीएम मोदी ने जो कहा, वही किया। उन्होंने बांग्लादेश के लोगों का दिल जीता है और भरोसा भी। भारत ने बांग्लादेश को 20 लाख वैक्सीन की डोज दीं, हम आगे भी वैक्सीन खरीदना चाहेंगे।
उधर, भारतीय विदेश मंत्रालय ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी दो दिवसीय यात्रा के पहले दिन बांग्लादेश के विभिन्न राजनीतिक दलों के विपक्षी नेताओं से भी मुलाकात की। इस दौरान दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों को प्रभावित करने वाले मुद्दों पर चर्चा की गई। इसके अलावा इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ढाका और जलपाईगुड़ी के बीच सीधी ट्रेन के संचालन को हरी झंडी दे सकते हैं।