राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष चौधरी अजित सिंह ने किसानों का आह्वान करते हुए कहा कि आप लोग एकजुट रहेंगे तो कोई भी आपका कुछ नहीं बिगाड़ पायेगा।
श्री सिहं आज शाहपुर क्षेत्र के सौरम गांव में आयोजित किसान पंचायत को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि गत दिवस भाजपा के केंद्रीय राज्यमंत्री की मौजूदगी में सत्ता पक्ष के लोगों ने किसानों के साथ जो मारपीट की है वह निंदनीय है। इसके लिए दोषियेां के विरूद्ध पुलिस रिपोर्ट होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि कोई सत्ता पक्ष का राजनेता गांव में आता है तो किसानों को पूरा हक है, कि वो उससे अपनी फसल के दाम के संबंध में बातचीत करे। यदि वह जवाब नहीं देता है तो ऐसे नेताओं को किसानों से संवाद करने का कोई हक नहीं है। मंत्री द्वारा जवाब न देकर आक्रोशित होना यह दर्शाता है कि ऐसे नेता राजनीति करने के लायक नहीं है।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के कार्यकाल में किसान, मजदूर का जीना दुर्भर हो गया है। बढ़ती महंगाई से लोग परेशान है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि जब कच्चा तेल 110 डालर प्रति बैरल था तो पैट्रोल का दाम 70 रूपये था लेकिन आज कच्चा तेल 50 डालर प्रति बैरल है तो पैट्रोल की कीमत 100 रूपये पहुंच गयी है। पैट्रोल के दाम बढ़ने से सभी चीजों पर महंगाई बढेगी।
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श्री सिंह ने कहा कि किसान और मजदूर विरोधी यह सरकार ज्यादा दिन चलने वाली नहीं है। किसानों ने जो एकजुटता दिखाई है उससे सरकार के पैरो तले से जमीन निकल रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने तीन कृषि बिल लाकर किसानों का गला घोंटने का काम किया है। जो किसी भी सूरत में बर्दास्त नहीं किया जायेगा। सरकार को यह काले कानून हर हाल में वापस लेने होंगे।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में चल रहे किसानों के धरने को सभी जाति बिरादरी का समर्थन मिल रहा है इसलिए सरकार बौखला गयी है। उन्होंने कहा कि राकेश टिकैत किसानों के हित के लिए पिछले ढाई माह से संघर्ष कर रहे है उनका संघर्ष बेकार नहीं जायेगा और सरकार को किसानों की बात हर हाल में माननी पडेगी।
इस मौके पर भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष एवं बालियान खाप के चौधरी नरेश टिकैत ने किसाना आन्दोलन का समर्थन करते हुए कहा कि ये काले कानून वापस होने चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि कानून वापस नहीं हुआ तो सरकार को इसका खामियाजा भुगतना पडैगा।
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पूर्व कृषि मंत्री अजित सिंह ने 26 को सौरम में होने वाली पंचायत के संबंध में कहा कि इस पंचायत की कोई आवश्यकता नहीं है, किसान गांव-गांव जाकर लोगों को कृषि कानूनों के संबंध में विस्तार से बताये और इस सरकार को सत्ता से बाहर करने का रास्ता साफ करे। इस दौरान रालोद जिलाध्यक्ष अजित राठी, पूर्व विधायक राजपाल बालियान, पूर्व एमएलसी मुश्ताक चौधरी, पूर्व मंत्री योगराज सिंह, पूर्व मंत्री धर्मवीर बालियान, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष तरसपाल मलिक, रालोद नेत्री रमा नागर, अशोक बालियान माजरा, पश्चिमी प्रदेश के प्रवक्ता अभिषेक चौधरी, पूर्व विधायक नवाजिश आलम, कृष्णपाल राठी चेयरमैन, अंकित सहरावत, प्रदेश सचिव ब्रहमसिंह बालियान, राममेहर राठी शामिल थे।
पंचायत के बाद श्री सिंह गत दिवस हुई मारपीट में घायल हुए पार्टी कार्यकर्ताओं के घर गये और उनका हालचाल जाना। उन्होंने कहा कि प्रशासन घायलों का समुचित उपचार कराये।