उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी वाले चुन-चुन कर इमारतों पर बुलडोजर चलवा रहे हैं। जब हमारी सरकार बनेगी तो हम भी इनके घरों पर बुलडोजर चलवाएंगे। वहीं यूपी की कानून व्यवस्था को लेकर अखिलेश ने कहा कि यूपी पुलिस सरकार के इशारे पर गलत काम कर रही है, यह ठोंकने वाली पुलिस है। अब यूपी में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। कोर्ट सवाल उठा रहा है कि क्या यह जंगलराज नहीं है?
उन्होंने आगे कहा कि यूपी में भ्रष्टाचार तो चरम पर है। हमने इतना कभी नहीं देखा। हम लोग किसानों के यहां जाते हैं तो वहां ADG, DM, SP आदि हमको जाने से रोकते हैं। भाई क्यों नहीं मिलने देते? हर जगह लूट, रेप आदि की घटनाएं बढ़ रही हैं। योगीजी के कहने पर इनकी पुलिस लोगों के घर में बुलडोजर चला देती है, हमारी सरकार आएगी तो हम भी चलवाएंगे।
कह रहे हैं किसान
बहुत सुनी तुम्हारी
अब कहते हैं हम!
सत्ता को हिलाएँगे
नया पाठ पढ़ाएँगे
अब होगा
‘क’ से किसान
‘ख’ से खेती
और
‘ग’ से गये तुम! pic.twitter.com/kcDGSbEGFI— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) January 9, 2021
अखिलेश यादव शुक्रवार शाम को बांदा पहुंचे थे। यहीं पर पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने ये बातें कही थीं। वहीं अखिलेश यादव ने कोविड वैक्सीनेशन को लेकर योगी सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि वैक्सीन से हमें शिकायत नहीं है। साइंटिस्ट से शिकायत नहीं है। लेकिन इधर जो तर्क आ रहा है उसपर हम सवाल उठा रहे हैं। भारत की दोनों कंपनियों में क्यों झगड़ा हो गया? अगर कोई साइड इफेक्ट होगा तो कानूनन कंपनियों को कोई फर्क नहीं पड़ेगा। क्यों मुख्यमंत्री और बाबा रामदेव कह रहे हैं कि हम सबसे बाद में लगवाएंगे। वह बताएं कि गरीब जनता को कब तक फ्री वैक्सीन मिलेगी। हम तो एक साल बाद अपनी सरकार बनने के बाद वैक्सीन लगवाएंगे और गरीबों को मुफ्त में बांटेंगे।
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वहीं किसान आंदोलन को लेकर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष ने कहा कि यह सरकार जानबूझकर किसानों को अपमानित और परेशान कर रही है। उन्हें ऐसा इसलिए नहीं करना चाहिए क्योंकि उन्होंने फसल की आय दोगुनी करने की बात कही थी। उन्होंने जो वादा किया और जो कानून लेकर आए, दोनों में अंतर है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि केंद्र सरकार एमएसपी दे कहां रही है। बीजेपी वाले कहते हैं कि हमें मिस कॉल कीजिये और हमारे सदस्य बन जाइये। हम पूछते हैं कि किसान कहां मिस कॉल करें कि उन्हें एमएसपी मिल जाए, हमें वो नम्बर बता दें।