भगवान शिव (Shiv) की पूजा-अर्चना करने से कई जन्मों का फल प्राप्त होता है। सोमवार (Monday) के दिन विशेष तौर से भोलेनाथ की पूजा की जाती है। यदि सोमवार को विधिविधान से भगवान शंकर का पूजन किया जाए तो निश्चित ही मनोवांछित फल प्राप्त होता है। तो आइये हम आपको बताते हैं कि प्रतिदिन भगवान शिव की किस विधि से पूजा करें।
पूजन सामग्री
देव मूर्ति के स्नान के लिए तांबे का पात्र, तांबे का लोटा, दूध, अर्पित किए जाने वाले वस्त्र। चावल, अष्टगंध, दीपक, तेल, रुई, धूपबत्ती, चंदन, धतूरा, अकुआ के फूल, बिल्वपत्र, जनेऊ, फल, मिठाई, नारियल, पंचामृत (दूध, दही, घी, शहद व शक्कर), सूखे मेवे, पान, दक्षिणा में से जो भी हो।
सकंल्प लें
भोलेनाथ की पूजा शुरू करने से पहले आप संकल्प लें. संकल्प आप हाथों में जल, फूल और चावल लेकर लीजिए। संकल्प में आप जिस दिन पूजन कर रहे हैं उस वर्ष, उस वार, तिथि उस जगह और अपने नाम को लेकर अपनी इच्छा बोलें। अब हाथों में लिए गए जल को जमीन पर छोड़ दें।
पूजा विधि
प्रातः उठकर नित्य कर्मों से निवृत्त होकर किसी भी शिव मंदिर में जाएं।
मंदिर में शिवलिंग पर सबसे पहले जल चढ़ाएं।
इसके बाद भांग मिला हुआ कच्चा दूध चढ़ाएं।
फिर गन्ने का रस चढ़ाएं साथ ही ऊं नम: शिवाय मंत्र का जप करते रहें।
मंत्र का उच्चारण आप अपनी श्रद्धानुसार 11, 21, 51 या फिर 108 बार कर सकते हैं।