• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

अगर शिमला जाएं तो नारकंडा जरूर घूमकर आएं

Writer D by Writer D
27/09/2021
in Main Slider, ख़ास खबर, फैशन/शैली, राष्ट्रीय
0
नारकंडा की विशेषताएं

नारकंडा की विशेषताएं

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

लाइफस्टाइल डेस्क। हिमचाल प्रदेश अपनी प्राकृतिक खूबसूरती के लिए पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। खासकर शिमला आकर्षण का केंद्र रहा है। शिमला को पहाड़ों की रानी भी कहा जाता है। यह प्रदेश की राजधानी के साथ-साथ सबसे बड़ा शहर भी है। हर साल लाखों की संख्या में पर्यटक शिमला आते हैं।

इस शहर के साथ ही एक और पर्यटन स्थल है, जिसका नाम नारकंडा है। यह छोटा सा शहर हिमालय की गोद में बसा है जो अपनी प्राकृतिक खूबसूरती और देश के सबसे पहले स्कीइंग डेस्टिनेशन के लिए जाना जाता है। पर्यटन के हिसाब से देखा जाए तो यह सबसे बढ़िया डेस्टिनेशन है। अगर आप कभी शिमला जाते हैं तो नारकंडा जरूर जाएं। आइए, नारकंडा के बारे में विस्तार से जानते हैं-

जैसा कि हम सब जानते हैं कि कोरोना वायरस के चलते इस साल पर्यटन सेवा पूरी तरह से बंद है। ऐसे में शिमला और और उसके आसपास के क्षेत्रों में आजकल काफी कम संख्या में लोग दिख रहे हैं। पहाड़ों की रानी शिमला से नारकंडा की दूरी महज 65 किलोमीटर है। आप आसानी से शिमला से नारकंडा 2 घंटे में पहुंच सकते हैं।

नारकंडा समुद्र तल से 2,700 मीटर की ऊंचाई पर बसा है, जिसके चारों ओर पर्वत की श्रृंखला और हरियाली है। सर्दी के मौसम में यहां पर स्कीइंग की जाती है। इसलिए नरकंडा सालों भर पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना रहता है। इस जगह को फलों का कटोरा भी कहा जाता है।

आपको नारकंडा की सड़कों पर सेब, चेरी और देवदार के पेड़ देखने को मिल जाएंगे। साथ ही जंगली ताड़ के पेड़, लैवेंडर के सफ़ेद फूल भी देखने को मिलते हैं जो नारकंडा की खूबसूरती में चार चांद लगाते हैं।अगर आप नारकंडा की खूबसूरती को नजदीक से देखना चाहते हैं तो आप शिमला से नारकंडा की दूरी सड़क से तय करें। यह एक अनोखा और सुखद अनुभव रहेगा।

हाटू पीक-भीम का चूल्हा

यह नारकंडा की सबसे मशहूर जगह है। इस जगह पर हाटू माता मंदिर है। इस मंदिर के बारे में ऐसा कहा जाता है कि रावण की पत्नी मंदोदरी हाटू माता की भक्त थीं और उन्होंने ही इस मंदिर को बनवाया था। इस मंदिर स्थल पर आप हिमालय की सभी दिशाओं का दर्शन कर पाएंगे। जबकि पास में ही भीम का चूल्हा भी है। इसके साथ ही इस जगह पर स्कीइंग की जाती है। आप स्कीइंग का भी आनंद ले सकते हैं।

Tags: How To Reach NarkandaLifestyle and Relationship travel-tourismNarkandaNarkanda DestinationTourismनारकंडानारकंडा की विशेषताएं
Previous Post

बच्चों से करनी है दोस्ती, तो अपनाएं ये टिप्स

Next Post

मनाली-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग पर ट्रक गहरी खाई में गिरा, दो लोगों की मौत

Writer D

Writer D

Related Posts

ST Hasan
Main Slider

चले भी गए तो फर्क नहीं पड़ेगा… आजम खान को लेकर सपा के मुस्लिम नेता का बड़ा बयान

24/09/2025
Swami Chinmayanand
Main Slider

गलत तरीके से छूते थे… श्री शारदा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन मैनेजमेंट में ‘स्वामी’ की गंदी क्लास

24/09/2025
Naxalite encounter
Main Slider

सुरक्षाबलों की बड़ी कार्रवाई, दो सब-जोनल कमांडर समेत 3 नक्सलियों को मिट्टी में मिलाया

24/09/2025
samosa chaat
खाना-खजाना

चटपटा खाने के है शौकीन, तो मिनटों में तैयार करें ये चाट

24/09/2025
gayatri mantra
Main Slider

इस मंत्र का जाप रोजाना करें, होंगे ये फायदे

24/09/2025
Next Post
Accident

मनाली-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग पर ट्रक गहरी खाई में गिरा, दो लोगों की मौत

यह भी पढ़ें

Arms Factory

अवैध हथियार की फैक्ट्री का भंडाभोड़, तीन गिरफ्तार

21/11/2023
Apara Ekadashi

आज रमा एकादशी पर करें भगवान विष्णु की उपासना, धन प्राप्ति के लिए करें ये उपाए

01/11/2021
कुवैत में नौकरी

कुवैत ने सख्त कदम उठाते हुए भारत सहित इन देशों के नागरिकों के प्रवेश पर रोक

31/07/2020
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version