लखीमपुर खीरी के तिकोनिया क्षेत्र में हुई हिंसा में किसानों समेत 8 लोगों की मौत हो गई है। सोमवार तड़के लखीमपुर खीरी जा रहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को रास्ते में सीतापुर में हिरासत में ले लिया गया। हिरासत में लेने से पहले उनकी यूपी पुलिस से तीखी नोकझोंक हुई है। कांग्रेस महासचिव पुलिसवालों को कहा वह सभी कानून जानती हैं और पुलिस उन्हें बिना वॉरेंट के नहीं पकड़ सकती।
यूपी पुलिस से हुई बहस के दौरान के एक वीडियो में प्रियंका गांधी को यह कहते सुना जा सकता है कि अगर इस गाड़ी में लेकर जाओगे तो मेरा अपहरण कर लोगे। उन्होंने पुलिस से कहा, ‘यही है तुम्हारा लीगल स्टेटस। मत समझो कि मैं नहीं समझती।’ इसके बाद एक पुलिसवाला कहता है कि इन्हें गिरफ्तार कर लो। इस पर प्रियंका ने कहा, ‘करो हमें अरेस्ट, हम खुशी से जाएंगे तुम्हारे साथ। तुम जो हमें धकेल रहे हो ना, इसमें फिजिकल असॉल्ट, किडनैप की कोशिश, अटेंप्ट टू मोलेस्ट और अटेंप्ट टू हार्म है।’
वीडियो
ये रौद्र रूप है नारी का, दहन करेगी अहंकार।
यूपी की सड़कें भाजपा के घटियापन की गवाह बनी है।@priyankagandhi जी और @DeependerSHooda जी के साथ भाजपा की गुलाम पुलिस का रवैया अमानवीयता की हद है।
किसान को न्याय तो हम दिलाकर रहेंगे।#PriyankaGandhiwithFarmers#लखीमपुर_किसान_नरसंहार pic.twitter.com/fwIfq1rn4f
— Congress (@INCIndia) October 4, 2021
प्रियंका गांधी ने पुलिस से कहा, ‘समझती हूं मैं सब, छूकर दिखाओ मुझे। अपने अफसरों और मंत्रियों से जाकर वारंट लाओ। महिला से बात करना सीखो।’ उन्होंने पुलिस अफसर से कहा, ‘तुम्हारे प्रदेश में भले ही कानून ना हो, लेकिन इस देश में कानून है। मुझे धकेलकर यहां लाए हो और मुझे जबरदस्ती ले जा रहे हो। तुम्हारा कोई हक नहीं है।’ उन्होंने कहा, ‘बिना किसी वारंट के आप मुझे किस आधार पर रोक रहे हैं। मुझे वारंट दिखाओ नहीं तो मैं यहां से नहीं हिलूंगी।’
लखीमपुर जा रही प्रियंका वाड्रा को पुलिस ने लिया हिरासत में
घटना की जानकारी देते हुए कांग्रेस की उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने बताया कि प्रियंका गांधी और कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य दीपेंद्र हुड्डा समेत कुछ वरिष्ठ नेता लखीमपुर खीरी जा रहे थे। तभी तड़के करीब पांच बजे रास्ते में उन्हें सीतापुर में हिरासत में ले लिया गया।
उन्होंने पुलिसकर्मियों पर प्रियंका गांधी से धक्का-मुक्की करने का भी आरोप लगाया और कहा कि कांग्रेस महासचिव किसानों का दुख-दर्द बांटने जा रही थीं और उन्हें इस तरह से रोका जाना अलोकतांत्रिक है।
बीच सड़क पर धरने पर बैठे अखिलेश यादव, कार्यकर्ताओं ने फूंकी पुलिस की गाड़ी
बता दें कि लखीमपुर खीरी की घटना तिकोनिया-बनबीरपुर मार्ग पर हुई थी। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को कार्यक्रम स्थल पर लाने के लिए जा रहे बीजेपी कार्यकर्ताओं के दो वाहनों द्वारा कथित रूप से प्रदर्शनकारियों को टक्कर मारे जाने के बाद नाराज किसानों ने दोनों वाहनों में आग लगा दी। इस घटना में चार किसानों और वाहनों पर सवार चार अन्य लोगों की मौत हो गई।