लाइफस्टाइल डेस्क। कई बार कमर में दर्द और अकड़न की परेशानी से हम लोग परेशान हो जाते हैं। य़ा फिर अचानक ही कमर में मोच आ जाती है। इसका कारण है रीढ़ की हड्डी का लचीला न होना। हमारी दिनचर्या में योग न शामिल होने से हड्डियों में कड़ापन आ जाता है। जिसकी वजह से छोटे-मोटे झुकाव के कारण कमर में दर्द होने लगता है। लेकिन इन सब परेशानियों से छुटाकारा पाना है तो योग को जीवन का अभिन्न अंग बनाना जरूरी है।
कमर और रीढ़ की हड्डी से अकड़न दूर करनी है तो मार्जरी आसन इसमें फायदेमंद है। इसे करने से ये सारी परेशानियां छूमंतर हो जाती है। तो चलिए जानें इसे करने का तरीका।
मार्जरी आसन करने का तरीका
मार्जरी आसन करने के लिए सबसे पहले अपने घुटनों और हाथों को जमीन पर टिका लें। इसके बाद सिर को नीचे की ओर ले जाएं। इसके बाद पीठ को बाहर की तरफ करते हुए गोल करें। ऐसा करने से पीठ में खिंचाव उत्पन्न होगा। इसके बाद सांस छोड़ते हुए सिर को ऊपर की ओर ले जाएं। फिर छाती के ऊपरी हिस्से को अंदर की ओर घुमाएं। ऐसा करने से छाती में खिंचाव महसूस होगा। इस अभ्यास को दो से तीन बार या सामर्थ्य के अनुसार करें। इस आसन के नियमित अभ्यास से आपकी रीढ की हड्डी लचीली हो जाएगी।
मार्जरी आसन के लाभ
मार्जरी आसन करने से पाचन क्रिया दुरुस्त होती है। इस आसन को करने से रीढ़ की हड्डी में लचीलापन आने लगता है। मार्जरी आसन कब्ज की समस्या का रामबाण इलाज है। यही नहीं इस आसन को करने से शरीर में स्फुर्ति बनी रहती है। लेकिन अगर किसी के गर्दन में चोट है तो उसे इस आसन को करने से परहेज करना चाहिए।
इस आसन को करने के बाद भुजंगासन करना फायदेमंद होता है। अगर आप इस आसन को करने में कठिनाई महसूस कर रहे हैं। शुरूआत के कुछ दिन किसी दूसरे व्यक्ति या ट्रेनर की मदद लेकर इस आसन को करें।