वाराणसी में एडमिशन के नाम पर 5 नाबालिग बच्चों के साथ अप्राकृतिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है। इस मामले में वाराणसी के लंका थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पूरे मामले की जांच की जा रही है।
बच्चों के साथ अप्राकृतिक दुष्कर्म का मामला सामने आने के बाद घटना की चर्चा जोरों पर है। घटना की गंभीरता और बढ़ गई जब एफआईआर में यह लिखा गया कि घटना काशी हिंदू विश्वविद्यालय के परिसर में स्थित हेलीपैड ग्राउंड में घटित हुई है।
नाबालिग बच्चे (लड़के) थाना चौबेपुर स्थित गरयोली ग्राम के निवासी हैं, जिनकी उम्र 11 से 14 वर्ष की है, इन्होंने वाराणसी के ही गंगापुर निवासी मुरारीलाल के ऊपर अप्राकृतिक दुष्कर्म करने का आरोप लगाया है। घटना 2 महीने पहले की है। आरोप है कि मुरारीलाल ने बीएचयू स्थित केंद्रीय विद्यालय में एडमिशन कराने का प्रलोभन दिया और उन्हें बीएचयू लेकर आया।
एडमिशन का प्रलोभन देकर कई बार उनसे अप्राकृतिक दुष्कर्म किया। आरोपी ने परिवार के लोगों को बताया था कि उसकी केंद्रीय विद्यालय में जान पहचान है, वो एडमिशन करवा देगा। इस लालच में परिवार के लोगों ने बच्चों को आरोपी मुरारीलाल के साथ बीएचयू भेज दिया।
लखीमपुर हिंसा: सुप्रीम कोर्ट ने गवाहों को सुरक्षा मुहैया कराने का दिया निर्देश
घटना के बाद बच्चों ने इस मामले की जानकारी अपने परिजनों को दी। मामले की जानकारी जब उनके परिवारीजन को हुई तो उन्होंने 21 अक्टूबर को थाने में तहरीर दी। घटना की जांच करने के बाद पुलिस ने अप्राकृतिक दुष्कर्म के मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया है।
ग्रामीण अंचल की घटना के बावजूद मामला कमिश्नरेट के लंका थाने में दर्ज किया गया है क्योंकि घटना बीएचयू परिसर स्थित हेलीपेड ग्राउंड पर हुई है। थाना प्रभारी महात्मा यादव ने घटना को सत्यापित करते हुए कहा कि मामले में मुकदमा पंजीकृत कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके साथ ही पूरे मामले की जांच भी करवाई जा रही है।