Site icon 24 GhanteOnline | News in Hindi | Latest हिंदी न्यूज़

सपा MLC पुष्पराज को लेकर कानपुर पहुंची आयकर टीम, भाई के फ्लैट की शुरू हुई जांच

कानपुर। समाजवादी इत्र लांच करने वाले सपा के विधानपरिषद सदस्य पुष्पराज जैन “पम्पी” की मुश्किलें कम होती नहीं दिख रही हैं। आयकर विभाग की टीम उनको कन्नौज से लेकर सोमवार को कानपुर स्थित उनके छोटे भाई के आवास पर पहुंची, जहां आयकर की टीम लेनदेन से जुड़े दस्तावेज खंगाल रही है।

आयकर विभाग की टीम ने इत्र कारोबारी पुष्पराज जैन के ठिकानों पर शुक्रवार की सुबह से छापेमारी शुरू की थी। बीते चार दिन से चल रही जांच एवं कार्रवाई के दौरान आयकर विभाग के अफसरों को कोलकाता की बोगस कंपनियों के जरिये 10 करोड़ रुपये की इंट्री और इतनी ही धनराशि की फर्जी खरीद की बिलिंग के प्रमाण मिले हैं। इन दस्तावेजों को लेकर सपा एमएलसी ने रात को अपने शुभचिंतकों से कहा कि ‘टेंशन न लें, सबकुछ ठीक है।’ सपा एमएलसी को यह बात कहे हुए कुछ ही समय हुआ था कि सोमवार की सुबह होते ही आयकर की टीम एक्शन में आई और उन्हें सुरक्षा के बीच कन्नौज से लेकर कानपुर पहुंची।

आयकर की टीम सुरक्षा के बीच पुष्पराज जैन को लेकर उनके छोटे भाई अतुल जैन के पार्वती बंगला रोड स्थित रतन प्रेसीडेंसी के अपार्टमेंट नम्बर 503 में पहुंची। टीम ने उनके छोटे भाई के फ्लैट में जांच शुरू की और इस दौरान किसी को भी बाहर जाने नहीं दिया गया। हालांकि सपा एमएलसी के चेहरे पर इस दौरान कार्रवाई को लेकर कोई खौफ नहीं था, बल्कि वह आराम से अपार्टमेंट परिसर में टीम के अफसरों से बातचीत करता रहा। बताया जा रहा है कि फ्लैट में जांच के साथ ही आयकर की टीम उन्हें लेकर कैनाल रोड स्थित फर्म पर भी जांच के लिए ले जा सकती है। वहीं फ्लैट में आयकर टीम की जांच के दौरान अपार्टमेंट में रहने वाले अन्य लोगों में घबराहट का माहौल है।

तालिबान की नशे पर बड़ी कार्रवाई, नाले में बहाई तीन हजार लीटर शराब

कन्नौज शहर के बड़े कारोबारी पुष्पराज पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के बेहद करीबी माने जाते हैं। वर्ष 2016 में वह सपा से इटावा-फर्रुखाबाद से एमएलसी बने। वह प्रगति अरोमा ऑयल डिस्टिलर्स प्राइवेट लिमिटेड के सह-मालिक हैं। उनके पिता सवाई लाल जैन ने 1950 में इस बिजनेस की शुरुआत की थी। पुष्पराज का इत्र का कारोबार 12 से ज्यादा देशों में फैला हुआ है। हालांकि वर्ष 2016 में चुनावी हलफनामे के अनुसार, पुष्पराज और उनके परिवार के पास 37.15 करोड़ रुपये की चल सम्पत्ति और 10.10 करोड़ रुपये की अचल सम्पत्ति है। उनका कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है। कन्नौज के कॉलेज में ही 12वीं तक पढ़ाई की है। मार्च 2022 में एमएलसी का कार्यकाल समाप्त हो रहा है। जैन के संबंध प्रसपा प्रमुख शिवपाल सिंह यादव से भी अच्छे बताए जा रहे हैं।

Exit mobile version