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IND-NZ test series: हाथ से निकल गई जीत, कानपुर टेस्ट हुआ ड्रॉ

भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेला गया कानपुर टेस्ट ड्रॉ हो गया है। पूरे पांच दिन चला ये टेस्ट मैच अपने आखिरी ओवर तक खेला गया, जीत टीम इंडिया के खाते में आ ही गई थी लेकिन अंत में कुछ ऐसा हुआ कि नतीजा ड्रॉ निकला। खास बात ये भी रही कि टीम इंडिया के हाथ से जिस जोड़ी ने जीत छीनी वो भी एक भारतीय जोड़ी ही थी।

आखिरी घंटे में मैच का माहौल पूरी तरह दिलचस्प हो गया था, जब एक-एक बॉल पर ग्राउंड में बैठे दर्शक शोर मचा रहे थे। जब रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा की जोड़ी ने न्यूजीलैंड को झटके देने शुरू किए तब लगा कि मैच में जीत टीम इंडिया की होगी। लेकिन दसवां विकेट लेने में पसीने छूट गए, हालात तो ये थे कि कप्तान अजिंक्य रहाणे ने बल्लेबाजों के पास ही 9-10 फील्डर लगा दिए थे।

पांचवें दिन का जब खेल शुरू हुआ तब टीम इंडिया को जीत के लिए नौ विकेट की जरूरत थी, लेकिन पहले सेशन में भारत को एक भी विकेट नहीं मिला। टॉम लैथम और विलियम समरविल ने शानदार बैटिंग की और न्यूजीलैंड को मजबूत शुरुआत दिलाई। लेकिन लंच के बाद भारतीय टीम ने वापसी की, दूसरे सेशन में टीम इंडिया ने तीन विकेट लिए।

आखिरी सेशन में टीम इंडिया को जीत के लिए 6 विकेट की जरूरत थी, रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा की फिरकी का जादू दिखने भी लगा था। न्यूजीलैंड ने 126 पर अपना पांचवां विकेट खोया था, जिसके बाद कुछ-कुछ देर में टीम इंडिया को विकेट मिल ही रहे थे।

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हालांकि, आखिरी में कमाल हो गया और दो भारतीय मूल के बल्लेबाजों ने टीम इंडिया से जीत को दूर कर दिया। न्यूजीलैंड के रचिन रवींद्र और एजाज पटेल ने न्यूजीलैंड को मैच हारने से बचा लिया। रचिन रवींद्र ने कुल 91 बॉल खेलीं और भारतीय टीम को जीत से दूर रखा।

कानपुर टेस्ट के जब आखिरी दस ओवर शुरू हुए, तब मैदान में कुछ अंधेरा भी छाने लगा था। अंपायर्स ने दो-तीन बार रोशनी चेक करने के लिए मीटर भी निकाला, लेकिन हर बार एक और ओवर देखने की हालत आ गई। लेकिन जब न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों ने भी शिकायत की, तब अचानक ही कानपुर के मैदान में सूरज निकल आया।

रोशनी बढ़ जाने की वजह से अंपायर्स ने गेम को जारी रखा, खैर इसका कोई फायदा नहीं हो पाया। टीम इंडिया दसवां विकेट नहीं ले पाई। जब दिन के कोटे के 90 ओवर खत्म हो गए थे, उसके बाद भी 11 मिनट का खेल बचा था। लेकिन खराब रोशनी के कारण ही खिलाड़ियों को बाहर जाना पड़ा और फिर दोनों टीमों ने हाथ मिला लिया।

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