नई दिल्ली। भारत ने चीन को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में जम्मू कश्मीर का मुद्दा उठाने के निष्फल प्रयासों से बाज आने की सलाह दी है।
विदेश मंत्रालय की ओर से गुरुवार को कहा है कि चीन ने जम्मू-कश्मीर का मुद्दा संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में एक बार फिर उठाने का प्रयास किया है। भारत के आंतरिक मामले को फिर से सुरक्षा परिषद में उठाने की चीन की कोशिश को अंतरराष्ट्रीय समुदाय का कोई सहयोग नहीं मिलने वाला है।
बायजू ने 2240 करोड़ रुपये में व्हाइटहैट जूनियर का किया अधिग्रहण
वक्तव्य में आगे कहा गया है कि भारत चीन के हमारे आंतरिक मामलों में दखल देने के प्रयास को पूरी तरह से खारिज करता है और सलाह देता है कि उसे इस तरह के निष्फल प्रयासों के निष्कर्ष पर ध्यान देना चाहिए।
बता दें कि चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने एक पत्रकार वार्ता में जम्मू-कश्मीर में किए गए संवैधानिक बदलाव को अवैध और गैर-कानूनी बताया था। प्रवक्ता ने संयुक्त राष्ट्र चार्टर और सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों का हवाला देते हुए कहा था कि जम्मू-कश्मीर का मामला भारत और पाकिस्तान को विरासत में मिला है। इसका समाधान संबद्ध पक्षों को बातचीत से करना चाहिए। प्रवक्ता का कहना था कि जम्मू-कश्मीर में यथा स्थिति में किया गया कोई भी एकतरफा बदलाव गैर-कानूनी और अवैध है।
चीन की यह प्रतिक्रिया जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने की पहली वर्षगांठ पर आई है।