नई दिल्ली। भारतीय सेना ने पैंगोंग शो झील के दक्षिणी इलाके में चीन को उसी की भाषा में जवाब देते हुए ऊंचाई वाले इलाके में अपनी पैठ मजबूत कर ली है। इससे पहले जून में गलवान घाटी में भारत की कड़ी कार्रवाई के बाद ड्रैगन सेना घबरा गई थी। बिना पेइचिंग की सहमति के स्थानीय चीनी कमांडर ने तनाव वाले इलाके से पीछे हटने का फैसला कर लिया था। हालांकि अपने कमांडर के फैसले ड्रैगन काफी बौखलाया हुआ है।
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भारत और चीन के बीच ताजा तनाव पर अमेरिका का भी मानना है कि चीन ने जानबूझकर भारत को उकसाया और विवादित क्षेत्र में दाखिल हुआ। अमेरिका की खुफिया एजेंसियों के मुताबिक चीन अब इस बात से बौखलाया हुआ है कि उसके स्थानीय कमांडर ने भारत के साथ झड़प होने पर पीछे हटने का फैसला किया। बता दें कि भारतीय सेना पैंगोंग शो झील के दक्षिणी किनारे चीनी सेना को खदेड़ते हुए अपनी स्थिति मजबूत कर ली है।
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अमेरिका की खुफिया एजेंसी की रिपोर्ट के हवाले से कहा है कि अमेरिका का मानना है कि भारतीय सेना ने जमीन पर कोई नुकसान नहीं होने दिया। अमेरिका का मानना है कि भारतीय सेना चीन के उकसावे के लिए तैयार थी। इस रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि जून में 20 भारतीय जवानों के शहीद होने के साथ ही चीन के कम से कम 35 सैनिक हताहत हुए थे, जिसके बाद सीमा पर चौकसी बढ़ा दी गई थी।
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पेइचिंग के खिलाफ जाकर पीछे हटा कमांडर
अमेरिका की इंटेलिजेंस रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन विवादित क्षेत्र में कैंप बना रहा था। हालांकि तभी भारतीय सेना के आने से विवाद हो गया लेकिन आगे नहीं बढ़ा। दोनों सेनाएं तनाव बढ़ने से पहले ही पीछे हट गईं। चीन के एक ऑफिसर ने अपनी सेना को पीछे हटने को कह दिया। अमेरिकी इंटेलिजेंस का मानना है कि पेइचिंग में उच्च मिलिट्री कमांड की राय से उलट कमांडर ने पीछे हटने का फैसला किया।