रेलवे मिनिस्ट्री ने ट्विटर के माध्यम से उस रेलवे रिक्रूटमेंट नोटिस का खंडन किया है जिसमें 5000 वैकेंसी निकलने की बात कही गयी है। मिनिस्ट्री ऑफ रेलवेज ने कहा है कि उनके विभाग की तरफ से ऐसा कोई नोटिस जारी नहीं किया गया है। यह एक फेक नोटिस है जिससे सावधान रहें।
यह नोटिस एक जाली संस्था ने इंडियन रेलवेज के नाम से निकाला है। रेलवे ने कहा कि एक प्राइवेट ऐजेंसी ने न्यूज पेपर में जो ऐड दिया है, जिसके अंतर्गत रेलवे के 8 विभिन्न विभागों में 5000 पदों पर आवेदन आमंत्रित किए गए हैं यह झूठ है। भारतीय रेलवे ने ऐसी कोई सूचना जारी नहीं की है। यह एक जाली एजेंसी है जिसने इंडियन रेलवे के नाम पर विज्ञापन छपवाया था।
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भारतीय रेलवे कभी भी रिक्रूटमेंट का कार्य किसी प्राइवेट एजेंसी को नहीं देता है। रेलवे के जो भी रिक्रूटमेंट होते हैं, उन्हें इंडियन रेलवे खुद मैनेज करती है और अपने नाम से ही उनके विज्ञापन छपवाती है।
भारतीय रेलवे के नाम पर कोई प्राइवेट कंपनी लोगों को हायर नहीं कर सकती। ये अथॉरिटी भारतीय रेलवे ने किसी को नहीं दी। कैंडिडेट्स से भी इस बात का अनुरोध है कि किसी भी सरकारी संस्थान के नौकरी का विज्ञापन देखकर झांसे में न आएं।
सरकारी नौकरियों के प्रति युवाओं का मोह देखकर ही ऐसी कंपनियां उनका गलत फायदा उठा लेती हैं। किसी भी विज्ञापन के ऐवज में रिस्पांस करने से पहले उसके बारे में ठीक से पता कर लें उसके बाद ही आवेदन करें। इस कंपनी के खिलाफ रेलवे ने पता करना शुरू कर दिया है और जल्द ही इनके खिलाफ सख्त कार्यवाही होगी।