नई दिल्ली| अमेरिका की करेंसी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये में जोरदार तेजी आई है। विदेशी कोषों की आवक जारी रहने और अमेरिका तथा चीन के बीच व्यापार समझौते की उम्मीद के चलते बुधवार को शुरुआती कारोबार के दौरान अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया सात पैसे मजबूत होकर 74.26 के स्तर पर पहुंच गया।
शेन वॉर्न : पहली बार सचिन 10 साल के लग रहे थे, लेकिन मैदान के चारों तरफ मार रहे थे
स्थानीय मुद्रा शुरुआती कारोबार के दौरान अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 74.34 पर खुली और घरेलू शेयर बाजार में गिरावट के रुख के बावजूद आगे बढ़त दर्शाते हुए 74.26 के स्तर पर आ गई, जो पिछले बंद भाव की तुलना में सात पैसे की मजबूती को दर्शाता है। रुपया मंगलवार को अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 74.33 पर बंद हुआ था।
कच्चा तेल की कीमतों में रुपये की मजबूती से राहत मिलेगी, क्योंकि यह आयात किया जाता है। कच्चे तेल का आयात बिल में कमी आएगी और विदेशी मुद्रा कम खर्च करना होगा।
ट्राई ने दूरसंचार कंपनी वोडाफोन आइडिया तरजीही प्लान के लिए जारी किया कारण बताओ नोटिस
उर्वरक की कीमत घटेगी: भारत बड़ी मात्रा में जरूरी उर्वरकों और रसायन का आयत करता है। रुपये की मजबूती से यह भी सस्ता होगा। आयात करने वालों को यह कम दाम में ज्यादा मिलेगा। इससे इस क्षेत्र को सीधा फायदा होगा। साथ ही किसानों को भी लाभ होगा,उनकी लागत घटेगी जिससे आय बढ़ेगी।