कीव। यूक्रेन की राजधानी कीव (Kyiv) में स्थिति बिगड़ती जा रही है। इस बीच वहां फंसे भारतीयों को सख्त एडवाइजरी (Advisory) जारी हुई है। इसमें कहा गया है कि सभी भारतीय नागरिक और छात्र कीव को आज ही छोड़ दें। कहा गया है कि कीव छोड़ने के लिए जो साधन उनको मिले उसे तुरंत पकड़कर वे वहां से निकल लें।
यूक्रेन (Ukraine) में मौजूद भारतीय दूतावास (Indian Embassy) की तरफ से कहा गया है कि ट्रेन, या जो भी यातायात का साधन मिले उसे पकड़कर लोग कीव (Kyiv) से आज ही निकल जाएं।
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रूसी सेना तेजी से कीव की तरफ बढ़ रही है। यूक्रेन की राजधानी कीव पर कब्जे के लिए रूस की तरफ से अब बेहद बड़ा मिलिट्री काफिला भेजा गया है। रूस का 40 मील (64 किलोमीटर) लंबा काफिला कीव की तरफ बढ़ रहा है। रूसी हमले के बाद से अबतक यूक्रेन की तरफ भेजा गया यह सबसे लंबा मिलिट्री काफिला है। इससे पहले तक भेजे गए रूसी काफिलों का साइज 3 मील तक रहा था।
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बता दें कि यूक्रेन में करीब 20 हजार भारतीय लोग मौजूद थे, जिनमें से ज्यादातर वहां मेडिकल की पढ़ाई करने गए थे। इनमें से चार हजार से ज्यादा लोग वापस भारत आ चुके हैं, बाकियों को निकाला जा रहा है। मोदी सरकार ने इसके लिए ऑपरेशन गंगा की शुरुआत की है। बता दें कि ऑपरेशन गंगा की आठवीं फ्लाइट बुडापेस्ट (हंगरी) से दिल्ली के लिए मंगलवार को ही रवाना हुई है। इससे पहले आज यूक्रेन से एक फ्लाइट 182 भारतीय छात्र को लेकर छत्रपति शिवाजी महाराज इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंची है।
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सूत्रों के मुताबिक, ऑपरेशन गंगा के तहत भारतीय नागरिकों को निकालने का काम और तेजी से होगा। इसके लिए प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय वायु सेना को भी इस ऑपरेशन से जुड़ने के लिए कहा है। वायु सेना के हवाई जहाजों के जुड़ने से भारतीयों के लौटने की प्रक्रिया गति पकड़ेगी, और उनकी संख्या में भी वृद्धि होगी। साथ ही साथ, भारत से भेजी जा रही राहत सामग्री भी और तेजी से पहुंचेगी। भारतीय वायु सेना के कई C-17 विमान आज ऑपरेशन गंगा के तहत उड़ान शुरू कर सकते हैं।