नई दिल्ली। भारत की पहली लॉन्ग रेंज रिवॉल्वर (Revolver) लॉन्च हो गई है. इसका नाम प्रबल रखा गया है. लॉन्चिंग के साथ ही प्रबल रिवॉल्वर काफी चर्चा में है. इस रिवॉल्वर की सबसे बड़ी खासियत ये है कि इसका वजन काफी कम है. ये हल्की 0.32 बोर की रिवॉल्वर है. इसकी सबसे बड़ी खासियत है इसका रेंज है. भारत में अब तक 20 मीटर रेंज वाले पिस्टल बनते थे, पहली बार भारत में बनी कोई रिवॉल्वर 50 मीटर रेंज की है, यानी इस रिवॉल्वर (Revolver) से किसी को 50 मीटर दूरी से निशाना बनाया जा सकता है.
ये रिवॉल्वर (Revolver) बिना कारतूस के केवल 675 ग्राम की है. इसके बैरल की लंबाई 76 मिली मीटर है. इसकी कुल लंबाई 177.6 मिली मीटर है. कीमत की बात करें तो ये 1 लाख 40 हजार 800 रुपये है. इसे सरकारी कंपनी एडवांस्ड वेपन्स एंड इक्विपमेंट इंडिया लिमिटेड कानपुर यानी AWEIL ने तैयार किया है. फिलहाल स्टॉक लिमिटेड है इसलिए पहले आओ पहले पाओ के आधार पर रिवॉल्वर को सेल किया जाएगा. 21 अगस्त से ऑनलाइन बुकिंग शुरू होगी.
बता दें कि जिस सरकारी कंपनी AWEIL में प्रबल रिवॉल्वर (Revolver) बनाया जा रहा है, उसकी कुल 8 फैक्ट्रीज है. यहां मुख्य रूप से भारतीय सशस्त्र बलों, विदेशी सेनाओं और घरेलू नागरिकों के उपयोग के लिए छोटे हथियार और बंदूकें बनाती हैं. वैसे तो दुनिया में अमेरिका का गन कल्चर से सबसे ज्यादा बदनाम है, वहां आए दिन गोलीबारी की घटना होती रहती है लेकिन भारत में बंदूक रखने की इच्छा रखने वालों की कमी नहीं है.
भारत में बंदूक रखने के लिए लाइसेंस की जरूरत होती है और हर किसी को ये लाइसेंस नहीं मिल जाता है. इसके कुछ कैटगरी तय किए गए हैं.
जैसे आत्म रक्षा के लिए
अगर आपकी जान को खतरा है तो आपको गन लाइसेंस मिलेगा
स्पोर्ट्स ट्रेनिंग के लिए
अगर आप निशानेबाजी की ट्रेनिंग का कोई स्पोर्ट्स इंस्टीट्यूट चलाते हैं तो गन लाइसेंस हासिल कर सकते हैं
सिक्योरिटी एजेंसी के लिए
अगर आप सिक्योरिटी एजेंसी चलाते हैं
फसल की सुरक्षा के लिए
अगर आप ऐसे इलाके में रहते हैं जहां जानवरों से फसल को खतरा है तो भी आप गन लाइसेंस के हकदार होते हैं
ट्रेनिंग इन गन हैंडलिंग और ये उन लोगों को भी मिलता है जो गन हैंडलिंग की ट्रेनिंग देते हैं
ऐसा नहीं है कि आप सिर्फ इस कैटेगरी में आ जाएं तो आपको गन लाइसेंस मिल जाएगा. इसके लिए कुछ बहुत जरूरी डॉक्यूमेंट की जरूरत होती है.
>> पहचान पत्र
>> एड्रेस प्रूफ
>> मेडिकल सर्टिफिकेट (मेंटल और फिजिकल)
>> आयु प्रमाण पत्र (21 वर्ष से ज्यादा)
>> चरित्र प्रमाण पत्र (कोई क्रिमिनल केस ना हो)
>> इनकम की जानकारी
>> संपत्ति की जानकारी
>> किसी प्रकार की देनदारी, लोन या उधार हो तो इसकी जानकारी भी देनी पड़ती है
अगर भारत की बात करें तो उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा लोगों के पास लाइसेंस वाली बंदूक है. यहां 13 लाख 29 हजार 584 लोगों के पास लाइसेंस वाली गन है. दूसरे नंबर पर जम्मू-कश्मीर है जहां, 5 लाख 105 लोगों के पास लाइसेंस वाली गन है. तीसरे नंबर पर पंजाब है, जहां 4 लाख 21 हजार 888 लोगों के पास लाइसेंस वाली गन है.