• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

प्रेरणास्तोत्र वचन जो बदल सकते हैं आपका जीवन

Desk by Desk
24/07/2020
in Main Slider, ख़ास खबर, फैशन/शैली, राष्ट्रीय
0
14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

लाइफ़स्टाइल डेस्क। आचार्य चाणक्य बुद्धिमत्ता और विवेकशीलता और कूटनीति की तुलना आज भी किसी से नहीं की जा सकती है। उन्होंने अपने राजनीतिक व कूटनीतिक समझ और नीतियों से ही चन्द्रगुप्त मौर्य को एक साधारण युवक से सम्राट बनाया। चाणक्य ने अपनी कूटनीति के बल पर ही नंद वंश का विनाश और मौर्य सम्राज्य की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने अर्थशास्त्र के अलावा कई राजनीतिक ग्रंथ भी लिखे। उनकी लिखी गई चाणक्य नीति की बातें लोगों के लिए आज भी प्रेरणा स्तोत्र हैं। जो व्यक्ति आचार्य चाणक्य के महान विचारों और नीतियों को अपने जीवन में सच्चाई से अनुसरण करता है, तो वह अपने जीवन को एक नई दिशा दे सकता है और हर कार्य में सफल हो सकता है। जानतें हैं चाणक्य के नीति के अनमोल वचन..

  • सदैव दूसरों की गलतियों से सीखना चाहिए जब तक आप अपनी गलतियों से सीखते हैं आयु खत्म हो जाती है अर्थात् समय निकल जाता है।
  • मूर्खों के मुख से तारीफ सुनने से बेहतर है कि बुद्धिमान व्यक्ति की डांट सुन ली जाए।
  • आलस मत करो यही मनुष्य का सबस बड़ा दुश्मन है। क्योंकि आलसी मनुष्य का न कोई वर्तमान होता है न भविष्य।
  • ज्ञान केवल किताबी नहीं होना चाहिए। व्यावहारिक ज्ञान होना भी आवश्यक है केवल किताबी ज्ञान समय पड़ने पर किसी काम नहीं आता है।
  • अपने लक्ष्य पर दृढ़ रहिए, क्योंकि भाग्य भी उसी का साथ देता है जो हर मुसीबत का सामना करते हुए भी अपने लक्ष्य के प्रति दृढ़ रहता है।
  • भय से भयभीत मत होइए भय आप पर हावी हो आप उस पर आक्रमण करके उसे नष्ट कर दीजिए।
  • कोई किसी उच्च पद या ऊंचे स्थान पर बैठने से बड़ा नहीं बनता है,व्यक्ति अपने गुणों से ऊपर उठता है।
  • बुरे कर्म नहीं करना चाहिए क्योंकि जिस तरह से झुंड में भी बछड़ा अपनी मां को पहचान लेता है उसी प्रकार बुरे कर्म भी आपका पीछा करते हैं।
Tags: chanakya nitichanakya niti in hindiचाणक्य के कड़वे वचनचाणक्य नीतिचाणक्य नीति की बातेंचाणक्य नीति के अनमोल वचनचाणक्य नीति हिंदी
Previous Post

सालों बाद बन रहा सर्वार्थ-सिद्धि के साथ दीर्घायु आयुष्मान योग

Next Post

कोरोना वायरस ने बदला खरीदारी का तरीका

Desk

Desk

Related Posts

Draupadi Murmu
Main Slider

राष्ट्रपति के अभिभाषण में निखरे महिला उत्थान के रंग

03/11/2025
Draupadi Murmu
Main Slider

25 वर्षों की यात्रा के दौरान उत्तराखंड ने हासिल किए विकास के प्रभावशाली लक्ष्य:

03/11/2025
CM Dhami
राष्ट्रीय

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विधानसभा सत्र के बाद किया एफआरआई का दौरा

03/11/2025
CM Yogi
Main Slider

इंडी गठबंधन के पप्पू, टप्पू और अप्पू को नहीं दिख रहा विकास- सीएम योगी

03/11/2025
10 people died in a road accident
Main Slider

सड़क पर दौड़ती मौत ! डंपर ने 10 गाड़ियों को रौंदा, सड़क पर बिछ गई लाशें

03/11/2025
Next Post
कोरोना से जंग

कोरोना वायरस ने बदला खरीदारी का तरीका

यह भी पढ़ें

जेल में बंद छोटे भाई की पत्नी से बन गए बड़े भाई के अवैध संबंध, कर दी हत्या

31/10/2020
china wall interesting facts

आखिर चीन की दीवार को क्यों कहा जाता है ‘दुनिया का सबसे बड़ा कब्रिस्तान’

21/11/2020
Gupt Navratri

आषाढ़ माह के गुप्त नवरात्रि से पहले कर लें यह महाउपाय, हर मुसीबत होगी दूर

17/06/2025
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version