लखनऊ। प्रयागराज में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के पद पर तैनाती के दौरान लगे भष्ट्राचार के गंभीर आरोप के मामले में IPS अभिषेक दीक्षित (IPS Abhishek Dixit) को निलंबित कर दिया गया था। मंगलवार को शासन ने डेढ़ साल बाद उन्हें बहाल कर दिया है।
अब आईपीएस को उनके मूल कैडर तमिलनाडू में भेजने का निर्णय लिया गया है। गृह विभाग ने उन्हें रिलीव करने के आदेश भी जारी कर दिया है।
प्रयागराज के तत्कालीन एसएसपी अभिषेक दीक्षित को आठ सितम्बर 2020 को निलंबित कर दिया था। लखनऊ कमिश्नरेट के संयुक्त पुलिस आयुक्त (कानून-व्यवस्था) नीलाब्जा चौधरी उनके खिलाफ विभागीय जांच भी कर रहे थे।
विदित हो कि आईपीएस अभिषेक पर अधीनस्थ ने भ्रष्टाचार का आरोप लगाने के साथ ही उनके विरुद्ध पुलिस मुख्यालय के निर्देशों का अनुपालन न करने व कार्य में शिथिलता बरतने की भी शिकायतें मिली थी। उनके खिलाफ विजिलेंस भी जांच कर रही थी। विजिलेंस की तरफ से शासन को सौंपी रिपोर्ट में उनके विरुद्ध विभागीय कार्यवाही की संस्तुति भी हुई थी।