बाबरी मस्जिद के पूर्व पक्षकार रहे इकबाल अंसारी ने सीबीआई की विशेष अदालत के फैसले पर सभी आरोपियों को बाबरी विध्वंस के आरोप में बरी करने पर कहा कि यह स्वागत योग्य है।
पूर्व पक्षकार इकबाल अंसारी ने कहा कि जब सुप्रीम कोर्ट ने मंदिर के पक्ष में अपना फैसला सुना दिया और वहां आज मंदिर का निर्माण हो रहा है तो ऐसे में बाबरी विध्वंस के आरोपियों को बरी करना यह स्वागत योग्य है। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के न्यायालय का भी स्वागत किया और अब सीबीआई की विशेष अदालत का भी स्वागत है । उन्होंने कहा कि अब हम नहीं चाहते कि देश में हिन्दू मुस्लिम आपस में लड़ें बल्कि इस देश का मैं विकास चाहता हूँ। उन्होंने कहा कि किसी के धर्म के लोग मुझे कुछ भी कहें लेकिन मेरा विचार यही है और यही रहेगा।
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उन्होंने कहा कि रामजन्मभूमि और बाबरी मस्जिद विवाद की लड़ाई हमने कई सालों से निचले अदालत से लेकर उच्च अदालत तक लड़ी ,जो अदालतों ने फैसला किया हम लोग उसका सम्मान करते आये।
उन्होंने कहा कि बाबरी विध्वंस का मामला तो मात्र 28 वर्षों का है, अगर इसमें लोग बरी हो गये तो कोई बड़ी बात नहीं है। अदालतें साक्ष्य के आधार पर फैसला करती हैं। उन्होंने कहा कि हम देश में अमन-चैन चाहते हैं, जिससे देश आगे बढ़ता रहे।
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उन्होंने कहा कि रामजन्मभूमि और बाबरी मस्जिद की लड़ाई में देश को बहुत हानि पहुंची है और बहुत लोग इसमें मारे भी गये हैं। इसी तरह बाबरी विध्वंस में भी 49 आरोपियों के खिलाफ सीबीआई ने मामला अदालत में चार्ज शीट फाइल की थी, जिसमें 17 की मौत हो चुकी है। उन्होंने कहा कि कौन हिन्दू, कौन मुसलमान क्या कहता है, हमको इससे कोई मतलब है और न ही मैं इस पर कोई राजनीति करना चाहता हूँ। उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि इस विवाद को अब समाप्त कर दिया जाय, जिससे देश तरक्की करे। उन्होंने कहा कि हमने तो पहले ही केन्द्र सरकार से कहा था कि बाबरी विध्वंस के मामले को वापस ले कर एक अच्छा माहौल देश में तैयार हो, जिससे सभी का विकास हो सके।