नई दिल्ली। उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत (Harish Rawat) ने कहा कि जोशीमठ भू-धंसाव (Joshimath Landslide) के मामले को गंभीरता से लेने की जरूरत है। इसके कारणों का जल्द से जल्द पता लगाया जाना चाहिए।
रावत ने सोमवार को सोशल मीडिया पर एक बयान जारी कर कहा कि जोशीमठ दिव्य स्थल, प्रकृति का भव्यतम् स्वरूप है। इस बार न केवल धरती मां रूठी हैं बल्कि हमारी गलतियों से भारी भू धंसाव ने जोशीमठ के अस्तित्व पर खतरा पैदा कर दिया है।
उन्होंने कहा कि जोशीमठ में किसी भी समय ढांचा ढह जाने का खतरा बना हुआ है। ऐसे में सरकार को इस समस्या को गंभीरता से लेनी चाहिए। वहां रह रहे लोगों को कहीं और बसाने की तैयारी करनी चाहिए।
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उल्लेखनीय है कि बीते कुछ दिनों से उत्तराखंड के जोशीमठ में भू-धंसाव के मामले सामने आए हैं। यहां के मकानों और सड़को पर बड़े-बड़े दरार आ गए हैं। इस मामले को लेकर केन्द्र और राज्य सरकार सजग हैं। यहां राहत व बचाव कार्य जारी है।