पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की राजनीतिक विरासत अब उनके पोते जयंत चौधरी संभालेंगे। मंगलवार को राष्ट्रीय लोकदल की राष्ट्रीय कार्यसमिति की वर्चुअल बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर सर्वसम्मति से जयंत चौधरी की ताजपोशी हो गई।
पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी अजित सिंह के निधन के बाद से रालोद का राष्ट्रीय अध्यक्ष पद खाली था। इस पद को भरने के लिए 25 मई को रालोद की राष्ट्रीय कार्यसमिति की वर्चुअल बैठक तय की गई थी जो मंगलवार को दिल्ली में हुई। रालोद की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक में सर्वसम्मति से 34 सदस्यों ने जयंत चौधरी को रालोद का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव त्रिलोक त्यागी ने कहा कि अब जयंत चौधरी के नेतृत्व में रालोद कार्य करेगा।
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गौरतलब है कि जयंत चौधरी मथुरा से 2009 में सांसद चुने गए थे। 2014 के लोकसभा चुनावों में उन्हें भाजपा की हेमामालिनी से हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद 2019 का लोकसभा चुनाव जयंत चौधरी ने बागपत से लड़ा, लेकिन यहां से भी चुनाव हार गए।
अब पश्चिमी उत्तर प्रदेश की राजनीति में अहम दखल रखने वाले रालोद की कमान चौधरी चरण सिंह की तीसरी पीढ़ी के हाथ में आ गई है। राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद जयंत चौधरी ने जनहित के मुद्दों को उठाने की बात कही और 26 मई के आंदोलन को अपना समर्थन देने का ऐलान किया।