नई दिल्ली। फ्रीलांस पत्रकार प्रशांत कनौजिया को उत्तर प्रदेश पुलिस ने दिल्ली स्थित उनके आवास से गिरफ्तार करके वसंत बिहार थाने ले गयी है वहां से उन्हें लखनऊ ले जाया जाएगा। प्रशांत कनौजिया पर आरोप है कि उन्होंने राम मंदिर को लेकर विवादित टिप्पणी की है, जिससे सांप्रदायिक सद्भाव बिगड़ सकता है। प्रशांत कन्नौजिया के खिलाफ लखनऊ के हजरतगंज पुलिस स्टेशन में विवादित ट्वीट को लेकर मुकदमा दर्ज कराया गया था।
प्रशांत कन्नौजिया के खिलाफ हजरतगंज कोतवाली के दारोगा दिनेश कुमार शुक्ला ने मुकदमा दर्ज कराया है। उनका कहना है, ‘प्रशांत कन्नौजिया ने अपने ट्वीट में कहा था कि राम मंदिर में शूद्रों, एससी और एसटी का प्रवेश निषेध रहेगा और सभी लोग एक साथ आवाज उठाएंगे।’ हिन्दू आर्मी के सुशील तिवारी की ख्याति को हानि पहुंचाने के उद्देश्य से पोस्ट किए गए थे।
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दारोगा दिनेश कुमार शुक्ला ने कहा कि प्रशांत कन्नौजिया का आपत्तिजनक पोस्ट से विभिन्न समुदाय में वैमनस्य फैलाना, सामाजिक सद्भाव व धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाला है। इसके बाद हजरतगंज कोतवाली में 153A, 153B, 420, 465, 469, 500, 505 IT एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
रामनाथ कोविंद अगर जाएंगे तो मंदिर खंडित होजायेगा। उसके अलावा फिर मंदिर के शुद्दीकरण पर बहुत पैसा खर्च होगा। इसलिए नहीं आमंत्रित किया गया। https://t.co/zr7Pt521TS
— Prashant Kanojia (@PJkanojia) August 4, 2020
दलित हैं पूरा मंदिर और संत अपवित्र हो जाते। https://t.co/C7e2YKIwXK
— Prashant Kanojia (@PJkanojia) August 5, 2020
पिछले साल जून में हजरतगंज कोतवाली में ही दर्ज एफआईआर पर प्रशांत कन्नोजिया को गिरफ्तार किया गया था। थाने में तैनात उपनिरीक्षक की तहरीर के आधार पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले प्रशांत कन्नौजिया को पुलिस ने दिल्ली से गिरफ्तार किया था।
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सीएम योगी आदित्यनाथ पर आपत्तिजनक टिप्पणी मामले में प्रशांत कनौजिया को सुप्रीम कोर्ट से इसी शर्त पर जमानत मिली थी कि वह भविष्य में फिर ऐसा नहीं करेगा। अब एक बार फिर उस पर आपत्तिजनक ट्वीट करने का आरोप लगा है, जिसके आधार पर यूपी पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया है।