देवरिया जिले के खामपार थाना के ग्राम खैराट में शुक्रवार को एक हृदयविदारक घटना घटित हो गई। यहां आज सुबह शौचकर नदी में नहाने के लिए कूदे तीन मासूमों की डूबने से मौत हो गई। घटनास्थल पर दो घंटे बाद पहुंची खामपार पुलिस ने तीनों शव का पंचनामा कर दाह संस्कार के लिए सौंप दिया। तीनों मासूमों में मृतक दो अपने माता-पिता की एकलौते संतान थे।
ग्राम खैराट में गांव के पश्चिम छोटी गंडक नदी के किनारे जीन बाबा का स्थान है। गांव के बच्चे दिन में वहां खेलते रहते हैं। सुबह गांव के अंकुश (6) पुत्र पप्पू साहनी, राजकमल उर्फ बुलबुल (7) पुत्र मनोज साहनी और मोहित (7) पुत्र हरे राम साहनी घर से शौच करने एक साथ जीन बाबा के स्थान के पास पहुंचे।
शौच के बाद तीनों उफनाई छोटी गंडक नदी में अपना हाथ जोड़कर नहाने के लिए कूदे। तीनों के साथ गया राजकमल उर्फ बुलबुल का छोटा भाई अश्वनी बाहर खड़ा उनके कपड़ों की रखवाली कर रहा था। तीनों जब नदी में डूबने लगे तो उसने और थोड़ी दूरी पर मौजूद गांव की महिला आशा देवी को शोर मचाकर बुलाया।
तेज बारिश से उफान पर नदी-नाले, ऋषिकेश-देहरादून हाईवे पर बीच से टूटा पुल
इसके बाद गांव के भी लोग पहुंच गए। तत्काल तीनों को नदी से बाहर निकाला गया। राजकमल उर्फ बुलबुल को भाटपार रानी पीएचसी तथा दो को भटनी पीएचसी पहुंचाया गया, जहां चिकित्सक ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
मौत की खबर आते ही तीनों परिवारों में कोहराम मच गया। मौके पर पहुंचे तहसीलदार अश्वनी कुमार और थानाध्यक्ष खामपार विपिन मलिक ने परिजनों के कहने पर शवों को पंचनामा कर सौंप दिया। परिजन उनका दाह संस्कार कर दिए। मौके पर पहुंचे क्षेत्रीय विधायक डॉ. आशुतोष उपाध्याय ने परिजनों को बीस हजार रुपये की आर्थिक मदद देते हुए अन्य सहयोग करने का भरोसा दिया।