इटावा। जिले की सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी में जहरीला इंजेक्शन लगाकर जूनियर रेजिडेंट ने खुदकुशी (Suicide) का प्रयास किया।
हालत नाजुक होने पर सहपाठियों ने पुलिस की सहायता से उसे ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया। डॉक्टरों की टीम जनता और क्षमता के साथ जूनियर डॉक्टर का इलाज करने में जुटी हुई है। जहरीला इंजेक्शन लगाने वाले की जान खतरे से बाहर बताई जा रही है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार ने बताया कि जूनियर डॉक्टर ने जहरीला इंजेक्शन लगाकर के जान देने की कोशिश की है। डॉक्टरों की टीम उनका उपचार करने में जुटी हुई है। आत्महत्या के प्रयास का कारण फिलहाल पता नहीं चल सका है। कानपुर के शास्त्री नगर निवासी डॉक्टर शाश्वत यशवर्धन (26) सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी में एमएस द्वितीय वर्ष के छात्र हैं। वह यूनिवर्सिटी के स्वामी विवेकानंद हॉस्टल के बी-ब्लॉक की चौथी मंजिल में रहते हैं । मंगलवार देर रात डिप्रेशन में आकर उन्होंने खुद को जहरीला इंजेक्शन लगा कर जान देने का प्रयास किया। हॉस्टल के साथियों ने रात को डॉक्टर के मोबाइल नंबर पर फोन मिलाया, लेकिन कॉल रिसीव नहीं हुई।
इस पर साथियों ने गेट खुलवाने का प्रयास किया लेकिन दरवाजा अंदर से बंद था । शक होने पुलिस को सूचना दी गई । तड़के करीब तीन बजे मौके पर पहुंचे पीजीआई चौकी इंचार्ज ध्यानेंद्र प्रताप सिंह ने टीम के साथ वीडियोग्राफी करते हुए दरवाजा तोड़ा और अंदर देखा तो डॉक्टर बेहोश अवस्था में पड़े थे।
उन्हें तुरंत इमरजेंसी ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया और उच्चाधिकारियों को सूचना दी गई। सैफई क्षेत्राधिकारी नागेंद्र चौबे, एसडीएम नम्रता सिंह, तहसीलदार जगदीश सिंह, प्रभारी निरीक्षक यशवंत सिंह फॉरेंसिक टीम के साथ मौके पर पहुंचे और साक्ष्य एकत्रित किए । कमरे की तलाशी के दौरान एक सुसाइड नोट (Suicide Note) मिला है। जिसमें किसी पर कोई आरोप नहीं लगाया गया है। डिप्रेशन में आकर यह कदम उठाने का निर्णय लिया गया है।