• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

ख़त्म हुआ शिव भक्तों का लंबा इंतजार, 6 साल बाद आज से कैलाश मानसरोवर यात्रा

Writer D by Writer D
30/06/2025
in Main Slider, धर्म, नई दिल्ली, राष्ट्रीय
0
Kailash Mansarovar

Kailash Mansarovar

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

करीब 6 साल बाद कैलाश मानसरोवर यात्रा (Kailash Mansarovar Yatra) आज (30 जून) से एक बार फिर शुरू हो गई है। पहले कोविड महामारी और फिर गलवान घाटी पर भारत-चीन के बीच संघर्ष के चलते ये यात्रा बंद कर दी गई थी। लेकिन इस साल रिश्ते दुरुस्त हुए और शिव भक्तों को मंजूरी मिल गई है। ये यात्रा चीन के तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र में मौजूद कैलाश मानसरोवर की यात्रा है।

बताया जाता है कि मानसरोवर ब्रह्मा के मन से बना है और यहीं से सरयू, सतलुज, सिंधु और ब्रह्मपुत्र जैसी प्रमुख नदियां निकलती हैं।यह सरोवर लगभग 15,100 फीट की ऊंचाई पर स्थित एक मीठे पानी की झील है, जिसका मुख्य स्रोत कैलाश है। आइये इस यात्रा से जुड़ी कुछ जरूरी बातें जान लें।

मानसरोवर यात्रा (Kailash Mansarovar Yatra) के लिए रूट और राशि

विदेश मंत्रालय कैलाश यात्रा (Kailash Mansarovar Yatra) का आयोजन हर साल जून से सितंबर के दौरान दो अलग-अलग रूट पर करता है। इसमें पहला रूट लिपुलेख दर्रा (उत्तराखंड) से होकर गुजरता है और दूसरा रूट नाथू ला दर्रा (सिक्किम) से जाता है। इसमें यात्री को किसी एक रूट का चुनाव करना होता है। कैलाश मानसरोवर यात्रा अपने धार्मिक मूल्य और सांस्कृतिक महत्व के लिए जानी जाती है। भगवान शिव के निवास के रूप में हिंदुओं के लिए महत्वपूर्ण होने के नाते, यह जैन और बौद्धों के लिए भी धार्मिक महत्व रखता है।

मार्ग 1

लिपुलेख पास (उत्तराखंड)
कुल बैचों की संख्या: 5
अवधि: लगभग 22 दिन
अनुमानित लागत प्रति व्यक्ति: रु-1।74 लाख

मार्ग 2

नाथु ला (सिक्किम)
बैचों की कुल संख्या: 10
अवधि: लगभग 21 दिन
प्रति व्यक्ति लागत: रु-2।83 लाख

योग्यता

– भारतीय पासपोर्ट हो जो कम से कम 6 महीने तक के लिए वैध हो।
– आयु चालू वर्ष की 01 जनवरी को कम से कम 18 और अधिक से अधिक 70 वर्ष होनी चाहिए।
– बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) 25 या उससे कम होना चाहिए।
– शारीरिक रूप से स्वस्थ और चिकित्सा की दृष्टि से उपयुक्त होना चाहिए।
– विदेशी नागरिक आवेदन करने के पात्र नहीं हैं।

ऑनलाइन आवेदन के लिए कौन से दस्तावेज़ जरूरी

पासपोर्ट साइज फोटो की स्कैन कॉपी
पासपोर्ट की स्कैन कॉपी

चयन

आवेदन के बाद निष्पक्ष कंप्यूटरीकृत प्रणाली के माध्यम से ड्रा निकाला जाता है।
अगर आपका चुनाव हुआ होगा तो आवेदकों को उनके रजिस्टर्ड ई-मेल आई डी या मोबाईल नंबर के जरिए सूचित किया जाएगा।

चयन के बाद महत्‍वपूर्ण दस्‍तावेज

चुने गए यात्रियों को यात्रा के लिए दिल्ली आते समय भी कुछ दस्तावेज रखने होंगे।

– भारतीय पासपोर्ट
– 6 पासपोर्ट साइज फोटो
– क्षतिपूर्ति बांड (Indemnity bond), 100 रुपए या स्थानीय स्तर पर लागू राशि के गैर-न्यायिक स्टांप पेपर पर तथा प्रथम श्रेणी के मजिस्ट्रेट या नोटरी पब्लिक द्वारा सत्यापित
– वचन पत्र, आपात स्थिति में हेलिकॉप्टर द्वारा लाने के लिए
– सहमति पत्र, चीनी क्षेत्र में हुई मृत्यु की स्थिति में पार्थिव शरीर के अंतिम संस्कार के लिए।

कैलाश मानसरोवर (Kailash Mansarovar Yatra) के इच्छुक श्रद्धालु http://kmy।gov।in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। कैलाश मानसरोवर की यात्रा तीर्थयात्रियों के लिए कठिन यात्रा होती है। इसमें श्रद्धालु पहाड़ की परिक्रमा करते हैं जिसे ‘कैलाश परिक्रमा’ या ‘कायक्रम’ कहा जाता है। इसे पूरा करने में लगभग तीन दिन लगते हैं और इसे भगवान शिव की शक्ति का सम्मान माना जाता है। इसका रास्ता अत्यंत चुनौतीपूर्ण होता है, क्योंकि ऊंचाई और मौसम अक्सर तीर्थयात्रियों के लिए मुश्किलें पैदा कर देती है।

इसके बावजूद, श्रद्धालु अपनी आस्था और विश्वास के कारण इस यात्रा को पूरा करते हैं। कैलाश मानसरोवर सतत धार्मिक, सांस्कृतिक और पर्यावरणीय महत्व का केंद्र है। यह न केवल आध्यात्मिक अनुभव का स्थल है, बल्कि प्राकृतिक सौंदर्य और हिमालय की भव्यता का भी अद्भुत उदाहरण है।

Tags: Kailash Mansarovar Yatra
Previous Post

केमिकल फैक्ट्री के रिएक्टर में विस्फोट, छह की मौत, 20 घायल

Next Post

विज्ञान और तकनीकी नवाचार को बढ़ावा देने के लिए कृतसंकल्पित है उत्तराखंड सरकार: धामी

Writer D

Writer D

Related Posts

CM Dhami participated in the Martyrs' Honor Ceremony in Lansdowne
Main Slider

सैन्य धाम अमर आत्माओं का प्रतीक, आने वाली पीढ़ियों को करेगा प्रेरित : मुख्यमंत्री

05/10/2025
Savin Bansal
Main Slider

डीएम की सूझबूझ से परिवार टूटने से बचा, परिजनों को स्मरण कराए एक-दूसरे के कर्तव्य

05/10/2025
KGAV girl students accuse the principal and warden
Main Slider

लखनऊ में KGAV में छात्राओं ने लगाएं गंभीर आरोप, DM ने की ये कार्रवाई

05/10/2025
air india
राष्ट्रीय

बर्मिंघम में एअर इंडिया फ्लाइट की इमरजेंसी लैंडिग, अमृतसर से भरी थी उड़ान

05/10/2025
Vaishno Devi
Main Slider

IMD के अलर्ट के बाद वैष्णो देवी यात्रा स्थगित, इस दिन से शुरू होंगे दर्शन

05/10/2025
Next Post
CM Dhami

विज्ञान और तकनीकी नवाचार को बढ़ावा देने के लिए कृतसंकल्पित है उत्तराखंड सरकार: धामी

यह भी पढ़ें

Loot

लोग करते रहे योग, चोरों ने उड़ा दिये इतने लाख के मोबाइल

22/06/2021
Sherlyn-Raj Kundra

पोर्नोग्राफी मामले में SC से राज कुंद्रा को राहत, पूनम-शर्लिन को भी मिली अग्रिम बेल

13/12/2022
Clash

जेल में मूसेवाला के हत्यारोपियों के बीच खूनी भिड़ंत, दो की मौत

26/02/2023
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version