हर साल सावन महीना समाप्त होने के बाद कजरी तीज (Kajari Teej) का व्रत पड़ता है। ये व्रत महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और सुयोग वर पाने के लिए रखती हैं। कजरी तीज का व्रत निराजल रखा जाता है। इस दिन भगवान शिव और पार्वती माता की विधिवत पूजा की जाती है। आमतौर पर रक्षा बंधन के तीसरे दिन और जन्माष्टमी के 5 दिन पहले कजरी तीज का व्रत पड़ता है। मान्यता है की कजरी तीज के दिन कुछ उपाय करने से विवाह से जुड़ी दिक्कतों को दूर किया जा सकता है। यही नहीं इस दिन श्रद्धा भाव से मां पार्वती का चिंतन-मनन करने से अखंड सौभाग्य का वरदान भी प्राप्त होता है। आइए जानते हैं कजरी तीज के दिन मां पार्वती को प्रसन्न करने के कुछ उपाय-
कजरी तीज (Kajari Teej) उपाय
कजरी तीज (Kajari Teej) को बड़ीतीज के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन श्री पार्वती चालीसा का पाठ करने से कुंवारी कन्याओं की मनचाहा वर पाने की कामना पूर्ण हो सकती है। अपने वैवाहिक जीवन की दिक्कतों को दूर करने और पति की सुरक्षा की कामना के लिए पार्वती माता को खीर का भोग लगाएं और सोलह शृंगार का समान चढ़ाएं। इस दिन पार्थिव शिवलिंग बनाकर और शिव पार्वती की जोड़े में पूजा करने से पति-पत्नी के बीच प्रेम बना रहता है।
विवाह से जुड़े उपाय
विवाह में अड़चने, देरी या दिक्कतों को दूर करने के लिए कजरी तीज (Kajari Teej) के दिन शिव-पार्वती की साथ में विधिवत पूजा करें और संभव हो तो व्रत भी रखें। इस दिन हरे रंग के वस्त्र पहनना शुभ रहेगा। कजरी तीज व्रत की कथा सुनना पुण्यदायक माना जाता है। अपने वैवाहिक जीवन में खुशियां लाने के लिए इस दिन शिव जी का पंचामृत से अभिषेक करें और पार्वती माता का श्रृंगार भी करें।
माता पार्वती को चढ़ाएं ये चीजें
लाल पुष्प
फल
वस्त्र
कलावा
लाल बिंदी
हरी चूड़ियां
सिंदूर या लाल चंदन
लाल चुनरी
शिवलिंग पर चढ़ाएं ये चीजें
घी, दही, फूल, फल, अक्षत, बेलपत्र, धतूरा, भांग, शहद, गंगाजल, सफेद चंदन, काला तिल, कच्चा दूध, हरी मूंग दाल, शमी का पत्ता, कलावा आदि।








