सिद्धार्थनगर। भारत-नेपाल सीमा पर स्थित ककरहवा बॉर्डर के ट्रेड रुट का आदेश जारी होने के बाद भी गुरुवार को माल वाहनों का आवागमन शुरू नही हो सका, जिससे व्यापरियों में काफी निराशा देखने को मिली।
बताते चलें कि व्यापार मंडल अध्यक्ष ककरहवा अमन जायसवाल द्वारा वित्त मंत्री भारत सरकार को पिछले वर्ष सीमा शुल्क कार्यालय के माध्यम से ककरहवा बॉर्डर को ट्रेड रुट खोलवाने के लिए ज्ञापन दिया गया था। जिसके क्रम में वित्त मंत्रालय के आदेश पर भारत-नेपाल सीमा ककरहवा का ट्रेड रुट गुरुवार को शुरू होने वाला था और माल वाहनों का आवागमन होना था, जिससे इम्पोर्ट एक्सपोर्ट को लेकर व्यापरियों में काफी उत्साह था, लेकिन विभाग द्वारा व्यस्थित कार्य न होने एवं नेपाल के तरफ से कोई मंत्रालय द्वारा नेपाल के भन्सार कार्यालय पर कोई आदेश न आने से ककरहवा बॉर्डर का ट्रेड रुट गुरुवार को संचालित नही हो सका। जिससे व्यापारियों के मनसूबे पर पानी फिर गया। व्यापरियों की समस्याओं को देखते हुए सीमा शुल्क कार्यालय ककरहवा पर व्यापरियों के साथ निरीक्षक अरविन्द नेगी ने सोनौली से ईडीआई सर्विस सेंटर इंचार्ज मोहित कुमार को बुलवा कर ककरहवा के व्यापारियों के साथ समन्वय बैठक कर व्यापारियों को किस किस डाकुमेंट की जरूरत है के बारे में बताया तथा ट्रेड रुट शुरू होने में आने वाली बाधाओं को बताते हए कस्टम निरीक्षक अरविंद नेगी ने बताया कि बॉर्डर पर गेट बन रहा है जिससे अभी गाड़ियों को आने जाने में बाधा उतपन्न हो रही है, नेपाल के भन्सार कार्यालय से सम्पर्क स्थापित किया गया लेकिन नेपाल के तरफ से अभी कोई आदेश नेपाल के भन्सार कार्यालय को प्राप्त नही हुई है, जिससे व्यापरियों का सामान इस रूट से नही जा सकता है। इस सम्बंध में जब नेपाल भन्सार निरीक्षक बल बहादुर श्रेष्ठ से सम्पर्क कर जानकारी लिया गया तो उन्होंने बताया कि अभी नेपाल सरकार से एवं मंत्रालय से अभी हम लोगो को आदेश जारी नही हुआ है, अभी सिर्फ इस रूट से यात्री वाहनों के लिए आने जाने के लिए ही भन्सार की सुविधा है, जैसे ही मंत्रालय द्वारा आदेश जारी होता है तैसे ही ट्रेड रुट के लिए यहां से भन्सार होना शुरू कर दिया जाएगा।