उत्तर प्रदेश में मथुरा के वृंदावन थाना क्षेत्र अंतर्गत चामुंडा घाट के पास गुरुवार को यमुना नदी में एक तसले में नवजात शिशु बहता हुआ मिला। नवजात शिशु को देख वहां से गुजर रहे कुछ लोगों ने तसला सहित बच्चे को पानी से बाहर निकाला और इसकी सूचना पुलिस को दे दी।
सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई और शिशु को चाइल्ड केयर लाइन की मदद से जिला अस्पताल के एसएनसीयू में भर्ती करा दिया। जहां जांच के दौरान पता चला कि बच्चा ट्रांसजेंडर है। जहां एक ओर अंदाजा लगाया जा रहा है कि बच्चा ट्रांसजेंडर होने के कारण मां ने ऐसा किया होगा। वहीं ये घटना बताती है कि समाज में जागरुकता का अभी भी काफी अभाव है। जो एक नवजात को अपनों ने ही इस प्रकार छोड़ दिया।
एक मां कितनी निर्दयी हो सकती है, इसका साक्षात प्रमाण जनपद मथुरा के थाना वृंदावन क्षेत्र अंतर्गत देखने को मिला। यहां थाना वृंदावन पुलिस को सूचना मिली कि चामुंडा घाट के पास यमुना नदी में एक नवजात शिशु तसले में बह रहा है। मामले की जानकारी होते ही इलाका पुलिस चामुंडा घाट पहुंच गई। जहां स्थानीय लोगों ने यमुना नदी से नवजात को तसला सहित पहले ही बाहर निकाल लिया। नवजात शिशु लोहे के तसले में सफेद अंगोछा में लिपटा हुआ था। किसी द्वारा यमुना नदी में मरने के लिए बहा दिया गया था।
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मौके पर पहुंची इलाका पुलिस ने चाइल्ड केयर लाइन मथुरा को इस संबंध में सूचना दी और चाइल्ड केयर लाइन मथुरा के सहयोग से पुलिस द्वारा नवजात शिशु को उपचार के लिए जिला अस्पताल के नवजात शिशु वार्ड में भर्ती कराया गया। जांच के बाद पता चला कि बच्चा एकदम स्वस्थ है लेकिन वह ट्रांसजेंडर है। फ़िलहाल पुलिस द्वारा बच्चे के बारे में जानकारी जुटाना शुरू कर दिया है और पुलिस कार्रवाई में जुट गई है।
जिला अस्पताल के चिकित्सक डॉक्टर केके माथुर ने बताया कि आज चाइल्ड लाइन मथुरा और पुलिस एक नवजात शिशु को यहां पर लेकर आए थे। पुलिस को वृंदावन में नदी में बहता हुआ शिशु मिला था। बच्चे को देखने पर उसका परीक्षण करने पर पता चला कि बच्चा बिल्कुल स्वस्थ है।
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3 किलो 300 ग्राम बच्चे का वजन है लेकिन वह ट्रांसजेंडर है। बाकी बच्चे में किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं है। अस्पताल से आगे की कार्रवाई के बाद शिशु सदन में बच्चे को भेज दिया जाएगा।