मध्य प्रदेश की कैबिनेट मंत्री इमरती देवी को आइटम कहे जाने पर बवाल बढ़ता जा रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने एक सभा में इमरती देवी को आइटम कहा था, जिसके बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सड़कों पर उतर आई। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज मौन उपवास रखा। इस बीच कमलनाथ ने अपने बयान पर सफाई दी है।
पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा, ‘जब लोकसभा में लिस्ट आती है तो उस पर लिखा होता है आइटम नंबर-1… विधानसभा में आती तो लिखा होता है आइटम नंबर-1… आइटम कोई दुर्भावना से या असम्मानित दृष्टि से मैंने नहीं कहा…आइटम कोई असम्मानित शब्द नहीं है… मुझे इस मौके पर नाम नहीं आ रहा था। विधायक का तो मैंने कहा वो जो यहां की आइटम हैं..’
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पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आगे कहा, ‘आइटम का प्रयोग तो आम होता है। ये तो संसद का शब्द है… ये विधानसभा में आता है… आज आप कोई प्रोग्राम देखते हैं, आज मेरा आइटम नंबर वन ओमकारेश्वर है… तो ये क्या असम्मानित हो गया… ये मैं नहीं समझता, पर उनको कहने लायक कुछ नहीं.. किसी ना किसी तरह बैठ जाएं कि जनता का ध्यान मोड़ें… ये उनका एक ही लक्ष्य है’
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आगे कहा, ‘आज वो जनता के सामने जाएं.. हिसाब दें…अपने 15 साल का, अपने 7 महीनों का… कितना मुआवजा दिया आपने, कितना कर्जा माफ किया, कितना रोजगार दिया। सौदेबाजी और बोली बोलकर सरकार बना ली और गद्दारी हुई… ये मध्य प्रदेश की जनता को मूर्ख समझते हैं। अगर मैं कोक पीना बंद कर दूं तो क्या रोजगार मिलने लगेंगे। इनके पास कुछ कहने को नहीं है।’
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा, ‘शिवराज सिंह चौहान एक्टर हैं। उनको मुंबई जाना चाहिए। वो एक्टिंग करें और मध्य प्रदेश का नाम रोशन करें। इन्होंने कई साल तक एक्टिंग की है और लोगों को अब समझ आ जाएगा।’ ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीजेपी में जाने के सवाल पर कमलनाथ ने कहा कि वह हार को पचा नहीं पाएं। उनको दूसरा ठिकाना चाहिए था और वो चले गए।