कई बार हम घर को सजाने के लिए कई तरह की मूर्तियां रखते हैं। अधिकांश लोग घर में भगवान की मूर्तियां रखते हैं। वहीं, कई लोग अपने घरों को सजाने के लिए जानवरों (Animals) की तस्वीरें या मूर्तियां रखना पसंद करते हैं। मान्यता है कि हर पशु-पक्षी का किसी न किसी ग्रह से संबध है। इसलिए उन ग्रहों का प्रभाव भी पड़ता है। वास्तु शास्त्र में कुछ जानवरों (Animals) की मूर्तियां घर में रखना बेहद शुभ माना गया है। इससे सकारात्मकता आती है। इसके अलावा जातक की आर्थिक स्थिति बेहतर होती है।
हाथियों का जोड़ा
वास्तु शास्त्र के अनुसार, हाथियों का जोड़ा घर में रखना शुभ माना जाता है। इससे घर में पारिवरिक एकता बढ़ती है। दांपत्य जीवन भी सुखमय बनता है। घर में चांदी या पीतल का हाथी होना शुभ होता है।
कछुआ
कछुआ भगवान विष्णु जी का रूप माना जाता है। कहा जाता है कि जिस घर में कछुआ होता है। वहां धन की देवी लक्ष्मी का वास होता है। ध्यान रखें घर की पूर्व या उत्तर दिशा में कछुआ रखने से सुख-समृद्धि बढ़ती है।
कलहंस का जोड़ा
वास्तु शास्त्र के अनुसार लिविंग रूम में कलहंस के जोड़े की मूर्ति रखना अच्छा माना जाता है। इससे पति-पत्नी के वैवाहिक जीवन में सुधार आता है। साथ ही घर के सदस्यों के बीच प्रेम बढ़ता है।
मछली
वास्तु शास्त्र में मछली को धन और शक्ति का प्रतीक माना गया है। घर में पीतल या चांदी की मछली रखने से सुख-समृद्धि बनी रहती है। मछली की मूर्ति को उत्तर-पूर्व या पूर्व दिशा में रखना शुभ माना गया है।
गाय
शास्त्रों के अनुसार गाय में देवी-देवताओं का वास होता है। इसलिए घर में गाय की मूर्ति रखने से सुख-समृद्धि और संपन्नता आती है।
ऊंट
ऊंट की मूर्ति को घर में रखना शुभ माना गया है। ऊंट संघर्ष और सफलता का प्रतीक है। इसे ड्राइंग रूम या लिविंग रूम के उत्तर-पश्चिम दिशा में रखने से करियर में सफलता मिलती है।