12 नवंबर को दिपावली का त्योहार है। दिपावली पर जहां बच्चे और बड़े जमकर पटाखे चलाते हैं, पर घर में पालतू (Pets) डॉगी, कैट सहमे और डरे रहते हैं। उस समय पालतू पशु स्वामियों के मन में अपने पेट्स की देखभाल को लेकर चिंता बनी रहती है।
अलीगढ़ के वरिष्ठ पशु शल्य चिकित्सक डॉ विराम वार्ष्णेय ने अमर उजाला डिजिटल को बताया कि पालतू पशु भी घर के सदस्य की भांति होते हैं, इसलिए उनका भी ख्याल वैसे ही रखना चाहिए, जैसे हम अपने परिवार का रखते हैं। दिपावली पर अपने पेट्स (Pets) की खास देखभाल करनी पड़ती है, क्योंकि पटाखों की आवाज, उनकी बारूद, गंध से वह बैचेन महसूस करता है।
दिपावली पर अपने पेट्स (Pets) को ऐसे रखे सुरक्षित
>>दिपावली पर पटाखे चलाने से पहले अपने पेट्स (Pets) को शाम को टहलाने ले जायें और उन्हें अच्छे से खाना खिलायें। इससे वह कम तनाव में रहेगा और उसे अच्छी से नींद भी आ जाएगी।
>> अपने पेट्स (Pets) को दिवाली वाले दिन अपने घर पर ही रखें, उसे किसी अन्य के घर पर न छोड़ें।
>> अपने पालतू डॉगी, कैट को उस कमरे में रखें, जिस कमरे में कम से कम खिड़कियाँ हों। जिससे वहां पर पटाखे की आवाज़ कम आए और वह घबराये नहीं।
>> दिपावली पर जब पटाखे चलें, तो अपने पेट्स के कान में रूई या मुफ्लर बांध दें ताकि आवाज़ उसके कान में न जा पाए।
जहां आपका पेट्स छिपने की कोशिश करता है, जैसे किसी चादर में छिपना या फिर किसी कोने में ,तो उसके उस रस्ते में कोई रुकावट ना आये ।
>> दिपावली पर पेट्स को मिठाईयां एवं तला हुआ खाना न दें। इससे उनका पेट ख़राब हो सकता है और वह बैचेन हो सकता है।
जहां पर पटाखे रखे हों, अपने पेट्स को वहां से दूर ही रखें। इन्हें चाटने व खाने से इनके शरीर में ज़हर फ़ैल सकता है।
>> किसी भी अनहोनी घटना के लिए घर प्राथमिक उपचार किट तैयार रखें।
>> अपने घर में सभी बच्चों को बता दें की कोई भी पेट्स के सामने पटाखे चला कर उन्हें तंग न करें।
>> जब भी पेट्स को लेकर बाहर निकलें, तो उसके गले में पट्टे के साथ में चैन लेकर ही निकलें। हो सके तो एक कार्ड उसके गले में लटका दें, जिस पर डॉग का नाम ,उसके मालिक का नाम ,मोबाइल नंबर आदि की जानकारी लिखी हो। पटाखे के शोर से वह अगर किसी कारण भाग जाये, तो सूचित करने वाले के पास पूरी जानकारी हो।
>> पेट्स के कमरे में हलका सा गाना अपने ऑडियो सिस्टम पर चालू कर दें। साथ में कुछ खिलौने रख दें, जिससे आपका पेट्स खेलता हो। यह पेट्स का ध्यान को एक जगह केन्द्रित करेगा।
>> अपने पेट्स को शांत एवं तनाव मुक्त रखने के लिए पशुचिकित्सक से मिलकर कुछ दवाई भी दे सकते हैं।