काझिकोड। दुबई से कोझिकोड आ रही एअर इंडिया की फ्लाइट संख्या IX-334 जब कालीकट इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर लैंड हो रही थी उस वक्त एएसआई अजित एयरपोर्ट पर ड्यूटी पर तैनात थे। घटना के वक्त एएसआई अजित एयरपोर्ट के पेरिमीटर पर पेट्रोलिंग पार्टी को लीड कर रहे थे।
रनवे पर ASI अजित ने जो देखा उन्हें अपने आंखों पर यकीन नहीं हुआ। 184 पैसेंजर और 6 क्रू मेंबर के साथ आ रहा एअर इंडिया का विमान रनवे पर दौड़ा जरूर लेकिन रुका नहीं। विमान टेबलटॉप रनवे को पार कर आगे बढ़ गया दो हिस्सों में बंट गया। जहां ये घटना हुई वो एयरपोर्ट के गेट नंबर आठ के पास है।
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ASI अजित ने घटना की गंभीरता को भांपते हुए तुरंत कंट्रोल रूम और यूनिट लाइन को सूचना दी। तब तक एटीसी को भी घटना की जानकारी नहीं थी। सूचना मिलते ही आस-पास के बैरक में रहने वाले केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) के 40 जवान, क्विक रिएक्शन टीम की पार्टी, कॉर्डन एंड सर्च ऑपरेशन (CASO) की टीम 10 मिनट के अंदर घटनास्थल पर पहुंच गई और रेस्क्यू ऑपरेशन में जुट गई। तब तक एअर इंडिया की फायर टीम भी मौके पर पहुंच चुकी थी।
मौके की नजाकत को समझते हुए CISF जवानों के परिवार के सदस्य भी घटनास्थल पहुंच गए और रेस्क्यू ऑपरेशन में जुट गए। इन लोगों ने विमान में फंसे ज्यादातर लोगों को बाहर निकाला और घायलों को नजदीकी अस्पताल में पहुंचाया। इस बीच CASO ने स्थानीय और राज्य प्रशासन को भी इसकी सूचना दे दी।
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लगभग 20 से 25 मिनट के बाद दूसरे स्टाफ और स्थानीय पुलिस भी रेस्क्यू ऑपरेशन में जुट गई। लगभग 10 बजकर 5 मिनट पर NDRF की टीम घटनास्थल पर पहुंची और विमान के मलबे में फंसे दो लोगों को बाहर निकाला। बता दें कि इस हादसे में पायलट और को-पायलट समेत 18 लोगों की मौत हो गई है।