पूर्णिया के खजांची हाट थाना इलाके से गुरुवार को अगवा किये गये एलजेपी नेता, अनिल उरांव का अबतक कोई सुराग नहीं मिला है।
परिजनों ने फिरौती की रकम भी चूका दिया है लेकिन अपहरण के 36 घंटे बाद भी उनकी रिहाई नहीं हुई है। एलजेपी नेता अनिल उरांव के समर्थकों ने शनिवार को विरोध में शहर में रोड जाम कर दिया।
आवागमन पूरी तरह से बाधित कर दिया। समर्थकों ने कई जगह टायर जलाकर भी विरोध जताया और पुलिस प्रशासन पर इस मामले में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया।
यूपी चुनाव पंचायत मतगणना को SC ने दी इजाजत, जीत के जश्न पर लगाई रोक
अनिल उरांव के परिजन सह आदिवासी नेता विजय उरांव का कहना है कि गुरुवार को शहर से अनिल उरांव का अपहरण कर लिया गया। उसके बाद अपहरणकर्ताओं ने ₹10 लाख रुपये की फिरौती मांगी। शुक्रवार को उन्हें ₹10 लाख रुपये दे भी दिये गए इसके बाद अपहरणकर्ताओं ने कहा कि आधा घंटा में अनिल उरांव को छोड़ दिया जाएगा। लेकिन 36 घंटा से अधिक हो चुके हैं अभी तक अनिल उरांव को नहीं छोड़ा गया है।
विजय उरांव ने कहा कि पुलिस भी इस मामले में सही तरीके से काम नहीं कर रही है। जिसके विरोध में उन लोगों ने मजबूरन रोड पर उतर कर विरोध प्रदर्शन करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि अनिल उरांव की जल्दी ही बरामदगी नहीं हुई तो यह आंदोलन काफी तेज होगा।
देश में कोरोना के चार लाख के पार के नए मामले, 3523 की मौत
गौरतलब है कि अनिल उरांव दो बार कटिहार के मनिहारी से लोजपा से विधानसभा का चुनाव लड़ चुके हैं। वह लोजपा के आदिवासी प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं। उनके अपहरण की सूचना से जहां परिजनों में कोहराम मचा है, वहीं समर्थक काफी आक्रोशित हैं।