• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

भाई यम ने दिया था बहन यमुना को ऐसा उपहार, जानिए भाईदूज की कथा

Writer D by Writer D
03/11/2024
in Main Slider, धर्म, फैशन/शैली
0
Bhai Dooj

Bhai Dooj

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

भाईदूज (Bhai Dooj) का त्यौहार भाई-बहन के पवित्र रिश्ते को समर्पित है। इस दिन बहन भाई को अपने घर भोजन के लिए आमंत्रित करती है और बड़े स्नेह के साथ उसको भोजन करवाती है। बहन भाई के मस्तक पर तिलक लगाती है और भाई बहन को उपहार देता है।

सनातन काल से चली आ रही इस परंपरा का निर्वाह आज भी संस्कारों के साथ किया जा रहा है। मानयता है कि भाईदूज पर्व को मनाने के भाई-बहन दोनों को आरोग्य लंबी आयु और धन-धान्य की प्राप्ति होती है।

भाई दूज (Bhai Dooj) की शास्त्रोक्त कथा

भाईदूज (Bhai Dooj) की कथा सूर्यदेव और छाया के पुत्र पुत्री यमराज तथा यमुना से संबंधित है। बहन यमुना अक्सर अपने भाई से स्नेहवश यह निवेदन करती है कि वह उनके घर पधारे और भोजन ग्रहण करें। परन्तु यमराज अपना व्यस्तता के चलते बहन की बात को टाल देते थे और उसके यहां पर भोजन करने नहीं जा पाते थे।

एक दिन यमराज अचानक बहन यमुना के घर पर पहुंच गए। वह दिन कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया का था। बहन यमुना अपने द्वार पर भाई यमराज को खड़ा देखकर बहुत खुश हुई और भाई का आदर-सत्कार कर स्वादिष्ट भोजन बनाकर परोसा।

बहन यमुना के स्नेह और समर्पण से खुश होकर यमदेव ने उससे वर मांगने को कहा। तब बहन यमुना ने कहा कि आप हर साल इस दिन मेरे यहां पर भोजन करने आए और इस दिन जो बहन अपने भाई को तिलक कर भोजन खिलाए उसे आपका भय न रहे|

बहन यमुना को तथास्तु कहकर भाई यमराज यमलोक प्रस्थान कर गए। तबसे यह दिन भाईदूज के नाम से जाना जाने लगा और इस दिन जो भाई श्रद्धाभाव से बहन के निमंत्रण को स्वीकार करता है। उस भाई और उसकी बहन दोनों को यमदेव का भय नहीं रहता है।

श्री कृष्ण की कथा

पौराणिक कथा के अनुसार भाई दूज (Bhai Dooj) के दिन भगवान श्री कृष्ण नरकासुर राक्षस का वध कर वापस द्वारिका लौटे थे। इस दिन भगवान कृष्ण की बहन सुभद्रा ने फल, फूल, मिठाई और दीप जलाकर श्री कृष्ण का स्वागत किया था। बहन सुभद्रा ने श्री कृष्ण के मस्तक पर तिलक लगाकर उनके दीर्घायु होने की कामना की थी।

Tags: Bhai doojBhai Dooj datebhai dooj importanceBhai Dooj kathaBhai Dooj puja
Previous Post

बुध और शुक्र की युति से बना लक्ष्मीनारायण योग, इन राशियों पर बरसेगी मां लक्ष्मी की कृपा

Next Post

भाई दूज पर इस शुभ मुहूर्त में करें तिलक, नोट कर लें सामग्री की लिस्ट

Writer D

Writer D

Related Posts

Hair Wash
फैशन/शैली

बालों को शैंपू करते समय रखें ध्यान, दूर हो जाएंगी सभी समस्याएं

08/10/2025
Chamcham
खाना-खजाना

मीठे में बनाएं ये खास मिठाई, देखें आसान रेसिपी

08/10/2025
mix veg geavy
खाना-खजाना

इस टेस्टी डिश से बढ़ जाएगा खाने का जयका, फटाफट करें तैयार

08/10/2025
Paneer Butter Masala
Main Slider

करवा चौथ के दिनार को स्पेशल बनाएगी ये डिश, फटाफट नोट करें

08/10/2025
baby
फैशन/शैली

आपके लाडले के लिए लेटेस्ट बेबी नेम लिस्ट

08/10/2025
Next Post
Bhai Dooj

भाई दूज पर इस शुभ मुहूर्त में करें तिलक, नोट कर लें सामग्री की लिस्ट

यह भी पढ़ें

Plants

जन्मभूमि परिसर में लगाए जा रहे साढ़े सात हजार से अधिक पौधे

20/01/2024
MUFG

जापान के बैंक एमयूएफजी में अडाणी रीयल्टी 30000 वर्ग फुट जगह ली 10 साल के पट्टे पर

06/09/2020
Reliance Jio

रिलायंस जियो ने लॉन्च किये नये ‘ऑल-इन-वन’ प्लान्स

05/11/2020
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version