शास्त्रों में सावन (Sawan) का बहुत ही पवित्र माना गया है। शिवभक्तों को इस महीने का बेसब्री से इंतजार रहता है। सावन के महीने में भगवान शंकर की विधिवत पूजा की जाती है। मान्यता है कि इस महीने जो व्यक्ति भगवान शिव की पूजा व सोमवार व्रत रखता है, उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
सावन (Sawan) कब से हो रहा शुरू-
सावन माह की शुरुआत 4 जुलाई से हो रही है, जो कि 31 अगस्त तक रहेगा। सावन का पहला सोमवार 10 जुलाई 2023 को पड़ेगा। सावन के समाप्त होने पर भाद्रपद माह की शुरुआत होती है।
सावन (Sawan) महीने पूजा- विधि
>> सुबह जल्दी उठ जाएं और स्नान आदि से निवृत्त होने के बाद साफ वस्त्र धारण करें।
>> घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करें।
>> सभी देवी- देवताओं का गंगा जल से अभिषेक करें।
>> शिवलिंग में गंगा जल और दूध चढ़ाएं।
>> भगवान शिव को पुष्प अर्पित करें।
>> भगवान शिव को बेल पत्र अर्पित करें।
>> भगवान शिव की आरती करें और भोग भी लगाएं। इस बात का ध्यान रखें कि भगवान को सिर्फ सात्विक चीजों का भोग लगाया जाता है।
>> भगवान शिव का अधिक से अधिक ध्यान करें।
सावन (Sawan) उपाय-
शास्त्रों के अनुसार, सावन महीने में मनोकामना पूर्ति के लिए प्रतिदिन शिवलिंग पर सुबह-सुबह जल में काला तिल मिलाकर चढ़ाना चाहिए।
आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए सावन महीने में पूर्व दिशा की ओर मुंह करते हुए मसूर की दाल के साथ एक छोटा सा शंख और सात कौड़ी रख दें। फिर गणेश जी का ध्यान करें। मान्यता है कि ऐसा करने से आर्थिक तरक्की होती है।
सावन (Sawan) के सोमवार का क्या है महत्व
अधिक मास की वजह से सावन का महत्व इस बार और भी बढ़ गया है। इस साल 4 नहीं बल्कि 8 सोमवार तक शिव की आराधना की जा सकेगी।भगवान श्रीहरि को अधिक मास का स्वामी माना जाता है। इसीलिए शिव साधना के साथ ही भगवान विष्णु की पूजा करना इस दौरान बहुत ही शुभ रहेगा।अगर शादी का योग नहीं बन रहा है और अच्छे रिश्ते नहीं मिल पा रहे हैं तो सावन के सोमवार का व्रत जरूर करें। ऐसा करने से शादी की राह में आने वाली अड़चन दूर होती है। साथ ही धन की कमी दूर करने के लिए सोमवार के दिन शमी के पौधे की जड़ को जल अर्पण करें और फिर अपनी तिजोरी या पैसे वाली जगह पर उसे रख दें।इस उपाय को करने से शिव कृपा बरसने लगती है और आर्थित तंगी से निजात मिलती है।