हिंदू धर्म में विवाह के पहले लड़के और लड़की का कुंडली मिलान होता है. यह ज्योतिषाचार्य द्वारा किया जाता है, जिसे मेल-मिलाप या मेलन पद्धति भी कहा जाता है. साधारण भाषा में हम इसे लड़के-लड़की का गुण मिलान भी कहते हैं. आमतौर पर ज्योतिषाचार्य भकूट और नाड़ी का मिलान करते हैं. लेकिन भकूट और नाड़ी मिलान के अलावा कुछ ज्योतिषाचार्य मैत्री मिलान को आवश्यक मानते हैं.
विवाह के पूर्व मैत्री मिलान इसलिए भी जरूरी होता है क्योंकि इसमें राशि (Rashi) और ग्रहों का मिलान किया जाता है. मैत्री मिलान तत्व नियम के आधार पर किया जाता है. इससे यह पता चलता है कि किस राशि वाले लोगों के साथ आपके संबंध कैसे रहेंगे, इसलिए विवाह के पूर्व लड़का और लड़की की मैत्री राशि जरूर देखी जानी चाहिए. दिल्ली के आचार्य गुरमीत सिंह जी से जानते हैं क्या है तत्व नियम (Tatva Niyam) और इससे कैसे जानें मैत्री राशि (Maitri Rashi).
क्या है तत्व नियम
ज्योतिष के अनुसार पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु और आकाश ये पांच तत्व होते हैं. जल और अग्नि तत्व को आपस में शत्रु माना गया है. अग्नि और वायु में सामान्य मित्रता होती है. वायु और जल के बीच भी संबंध ठीक-ठाक होते हैं. वहीं आकाश तत्व की कोई राशि नहीं है. इसी तरह से तत्वों के मेल के आधार पर यह पता चलता है कि इन तत्वों से संबंधित राशियों का संबंध एक-दूसरे के बीच कैसा रहेगा. जानते हैं इसके बारे में विस्तार से.
अग्नि तत्व: अग्नि तत्व का अधिमित्र वायु है, मित्र पृथ्वी और जल शत्रु होता है.
पृथ्वी तत्व: पृथ्वी तत्व का अधिमित्र जल, मित्र अग्नि और वायु शत्रु है.
वायु तत्व: वायु तत्व का अधिमित्र अग्नि, जल मित्र और पृथ्वी शत्रु है.
जल तत्व: जल तत्व का अधिमित्र पृथ्वी है, वायु मित्र है और अग्नि शत्रु है.
मैत्री नियम से जानें कौन सी राशि है आपके मित्र या शत्रु
अग्नि तत्व राशियां (Rashi)
मेष, सिंह और धनु इन तीनों राशियों का तत्व अग्नि है, इसलिए इनका स्वभाव उग्र और गर्मजोशी मिजाज वाला होता है. इन तीनों राशि के बीच आपस में खूब अच्छी मित्रता होती है. इसके अलावा वायु तत्व वाली राशियां मिथुन, तुला और कुंभ से भी इनकी अच्छी मित्रता होता है. लेकिन पृथ्वी तत्व राशि वाले लोग वृष, कन्या और मकर राशि के लोग इनके बहुत अच्छे मित्र नहीं होते. वहीं कर्क, वृश्चिक और मीन राशि वालों के साथ इनकी शत्रुता रहती है.
पृथ्वी तत्व वाली राशियां (Rashi)
वृष, कन्या और मकर ये पृथ्वी तत्व प्रधान राशियां हैं. इनका स्वभाव धैर्य और ठंडे मिजाज वाला होता है. इन तीनों राशियों में आपस में अच्छी मित्रता होती है. जल तत्व वाले राशि कर्क, वृश्चिक और मीन राशि वालों लोगों के साथ भी इनकी अच्छी दोस्ती रहती है. मेष, सिंह और धनु राशि वालों के साथ ही इनका रिश्ता ठीक-ठाक होता है. लेकिन वायु तत्व वाली राशि मिथुन, तुला और कुंभ वालों के साथ इनका 36 का आंकड़ा होता है.
वायु तत्व वाली राशियां (Rashi)
मिथुन, तुला और कुंभ वायु तत्व वाली राशियां हैं. वायु तत्व प्रधान के कारण इनका स्वभाव भी अस्थिर और द्विस्वभाव वाला होता है. इन तीनों राशियों के बीच आपसी मित्रता तो होती ही है. लेकिन इसके साथ ही इनकी मित्रता मेष, सिंह, धनु, कर्क, वृश्चिक और मीन राशि वालों से निभ जाती है. लेकिन वृष, कन्या और मकर राशि वाले लोग इनके शत्रु होते हैं.
जल तत्व प्रधान राशियां (Rashi)
ज्योतिष के अनासर कर्क, वृश्चिक और मीन राशियां जल तत्व वाली राशियां हैं. ये गंभीर और बड़े दिलवाले होते हैं. कर्क, वृश्चिक और मीन वाले राशि की आपस में खूब बनती है. इसके साथ ही वृष, कन्या, मकर, मिथुन, तुला और कुंभ राशिवालों के साथ भी ये इनकी अच्छी दोस्ती होती है. लेकिन अग्नि तत्व वाली राशि मेष, सिंह और धनु के साथ इनकी शत्रुता होती है.