पश्चिम बंगाल के श्रम मंत्री जाकिर हुसैन बुधवार को बम हमले में घायल हो गए। कथित तौर पर अज्ञात अपराधियों ने बुधवार को उन पर देसी बम फेंका, जिसके कारण वह घायल हो गए। यह घटना रघुनाथगंज जिला में घटित हुई। घायल अवस्था में श्री हुसैन को उपचार के लिए जंगीपुर अनुमंडलीय अस्पताल ले जाया गया।
विधानसभा चुनाव से पहले बंगाल की जंग में लगातार खतरनाक होती जा रही है। अब जाकिर हुसैन पर हुए हमले की जांच बंगाल CID के हाथ में पहुंच गई है।
गुरुवार सुबह सीआईडी की एक टीम मुर्शिदाबाद में उस जगह पहुंची, जहां पर मंत्री पर बम से हमला किया गया। इस मामले में सीआईडी ने केस दर्ज कर लिया है, साथ ही इस बात की जांच शुरू कर दी गई है। सीआईडी अब इस चीज को खंगालने में जुटी है कि पेट्रोल बम कैसे आया।
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बीती शाम हुए मुर्शिदाबाद में हमले में कुल 20 लोग घायल हुए थे। इनमें से कुल 12 को कोलकाता रेफर कर दिया गया है।
अगर मंत्री जाकिर हुसैन की बात करें तो उन्हें कोलकाता के SSKM अस्पताल में भर्ती कराया गया है। गुरुवार को उनकी सर्जरी की जाएगी। अस्पताल के मुताबिक, मंत्री जाकिर हुसैन के पैर में अधिक चोट लगी है। बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी गुरुवार को ही मंत्री से मिलने अस्पताल जाएंगी।
दरअसल, बुधवार शाम को मुर्शिदाबाद जिले में बंगाल सरकार में मंत्री जाकिर हुसैन पर पेट्रोल बम से हमला किया गया था। इस हादसे में उन्हें काफी चोट आई, जिसके बाद उन्हें आनन-फानन में पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया। लेकिन देर रात को उन्हें कोलकाता लाया गया।
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इस हमले के बाद राज्य में राजनीति फिर से गर्मा गई है। भारतीय जनता पार्टी ने इस हमले की निंदा की है और राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। जबकि तृणमूल कांग्रेस के नेता कुणाल घोष ने इस हमले के पीछे साजिश का आरोप लगाया है। कुणाल घोष का कहना है कि ये घटना नीमतीता स्टेशन प्लेटफॉर्म पर हुई, जहां लाइट कम थी। अंधेरा था और आरपीएफ की कमी थी और आरपीएफ तत्पर नहीं थी।
इस घटना को लेकर गुरुवार को तृणमूल कार्यकर्ताओं ने मुर्शिदाबाद में राष्ट्रीय राजमार्ग 34 पर सड़क अवरोध भी किया। आपको बता दें कि लंबे वक्त से ही बंगाल में टीएमसी और बीजेपी के बीच जुबानी जंग के साथ-साथ हिंसा भी देखने को मिली है।