• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

हरियाली अमावस्या पर मंदाकिनी में लाखों श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी

Writer D by Writer D
08/08/2021
in Main Slider, उत्तर प्रदेश, ख़ास खबर, चित्रकूट, धर्म
0
14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

श्रावण मास भगवान भोलेनाथ का अतिप्रिय मास होता है। श्रावण मास में महादेव के पूजन का विशेष महत्व होता है। आज यानि रविवार को हरियाली अमावस्या का भी पर्व है। इसीलिए हरियाली अमावस्या पर विशेष तौर पर भगवान भोलेनाथ का पूजन-अर्चन और धर्म-कर्म करने से बड़ा पुण्य मिलता है।

इस पवित्र पर्व पर आज लाखों की संख्या में श्रद्धालु तीर्थ नगरी और भगवान श्रीराम की तपोस्थली चित्रकूट पहुंचे जहां मंदाकिनी में आस्था की डुबकी लगाकर कामदगिरि की परिक्रमा कर पुण्यलाभ लिया। आज के दिन पितरों की आत्मा की शांति के लिए व्रत भी रखा जाता है।

बता दें कि भगवान भोलेनाथ का श्रावण मास का हर दिन अति महत्वपूर्ण होता है। इसलिए श्रावण माह में शिवालयों में श्रद्धालुओं की भीड़ रहती है क्योंकि इसका हर दिन भगवान शिव की आराधना के लिए समर्पित है। आज श्रावण अमावस्या के दिन किसी पवित्र नदी में स्नान और दान करने से भी बड़ा लाभ मिलता है। अमावस्या के दिन पितरों को खुश करने के लिए पिंडदान, तर्पण, श्राद्ध कर्म किए जाते हैं।

मनचाहा वर और अखंड सौभाग्य के लिए रखा जाता है हरियाली तीज, जानिए इसका महत्व

हरियाली श्रावण अमावस्या के शुभ मुहूर्त

श्रावण अमावस्या तिथि की प्रारंभ – 07 अगस्त 2021 को शनिवार के दिन शाम 07 बजकर 11 मिनट से शुरू होकर 8 अगस्त 2021 को रविवार की शाम 07 बजकर 19 मिनट तक रहेगा।

क्या है हरियाली श्रावण अमावस्या का महत्व

ज्योतिषों के अनुसार श्रावण में शिवरात्रि के बाद अमावस्या का पर्व मनाया जाता है । बतातें है कि इस दिन किसी पवित्र नदी में स्नान ध्यान और दान करने का विशेष महत्व होता है। मान्यता है कि अमावस्या के दिन पौधे लगाने से भी बड़ा पुण्य लिलता है। साथ ही इस दिन पितरों की आत्मा की शांति के लिए दान, पूजा पाठ, ब्रह्मणों को भोजन आदि कराना चाहिए। पीपल के पेड़ में त्रिदेव ब्रह्मा, विष्णु और महेश का वास माना जाता है।

Tags: hariyali amavasyaHariyali Amavasya 2021mandakini river
Previous Post

मंगेतर ने युवती का अपहरण कर किया रेप, गर्भवती पीड़िता को छोड़कर फरार

Next Post

हम तो प्रभु श्री राम के भक्त हैं अपना डीएनए बताएं योगी बाबा : अखिलेश

Writer D

Writer D

Related Posts

Sunscreen
फैशन/शैली

सनस्क्रीन से चेहरा दिखने लगता है सफेद और चिपचिपा, तो फॉलो करें ये टिप्स

29/09/2025
aloo-paneer koftas
खाना-खजाना

नवरात्रि के भोजन में बनाए स्वादिष्ट आलू-पनीर के कोफ्ते

29/09/2025
Kaner
धर्म

कनेर का पौधा इस दिशा में लगाएं, घर में होगा सुख-समृद्धि और संपन्नता का आगमन

29/09/2025
Camphor
धर्म

किस्मत के बंद दरवाजे खोलता है कपूर का ये उपाय, दूर होगी घर से दरिद्रता

29/09/2025
Aarti
धर्म

इस मंत्र के बिना अधूरी मानी जाती है पूजा, जानें इसका महत्व

29/09/2025
Next Post
mahasammelan

हम तो प्रभु श्री राम के भक्त हैं अपना डीएनए बताएं योगी बाबा : अखिलेश

यह भी पढ़ें

BL Santosh

बीजेपी राष्ट्रीय महासचिव बीएल संतोष को समन, इस मामले में SIT ने किया तलब

19/11/2022
Sweet Corn Tikki

बच्चों के लिए बनाएं ये टेस्टी टिक्की, सभी खाते हैं चाव से

08/04/2025
Ajay Kumar Lallu

योगी सरकार में हत्या और बलात्कार की घटनाओं से प्रदेश कराह रहा है : लल्लू

24/10/2020
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version