मुरादाबाद। जिले में एक अधिवक्ता (Lawyer) को जेल में चरस की सप्लाई करते हुए गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने इस सनसनीखेज खुलासे के बाद अधिवक्ता और चरस (Hashish) बेचने वाले दोनों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया है। घटना मुरादाबाद के सिविल लाइंस थाना क्षेत्र स्थित जिला कारागार की है। इस घटना के बाद जेल प्रशासन ने जेल की निगरानी और तलाशी प्रक्रिया को और सख्त कर दिया है।
जानकारी के अनुसार, रविवार दोपहर करीब 3 बजे अधिवक्ता शरद कुमार (Lawyer Sharad Kumar) अपने एक परिचित बंदी राधेश्याम से मुलाकात करने मुरादाबाद जिला कारागार पहुंचे थे। मुलाकात की प्रक्रिया के दौरान जेल कर्मियों ने जब शरद कुमार की तलाशी ली, तो उनकी जेब से सफेद रंग की पॉलीथिन में बंद एक काले रंग का बत्तीनुमा पदार्थ बरामद हुआ। जेल अधिकारियों ने शक की बुनियाद पर उस पदार्थ की जांच कराई, जिसमें पुष्टि हुई कि वह चरस (Hashish) है।
चरस (Hashish) बरामद
बरामद चरस का वजन लगभग 100 ग्राम बताया जा रहा है। जांच में सामने आया कि अधिवक्ता शरद कुमार यह नशीला पदार्थ जेल में बंद अपने परिचित राधेश्याम को देने जा रहे थे। राधेश्याम इस समय हनी ट्रैप के एक मामले में सिविल लाइंस थाना पुलिस द्वारा जेल भेजा गया है और नशे की लत का आदी बताया जा रहा है। पूछताछ में शरद कुमार ने कबूला कि उन्होंने यह चरस (Hashish) विशाल नामक व्यक्ति से खरीदी थी और चोरी-छिपे राधेश्याम तक पहुंचाने की कोशिश कर रहे थे।
मामले की गंभीरता को देखते हुए जेलर ने पूरे घटनाक्रम की लिखित शिकायत सिविल लाइंस थाने में दर्ज कराई। शिकायत मिलते ही पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के तहत अधिवक्ता शरद कुमार और चरस बेचने वाले विशाल के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। एसपी सिटी कुमार रणविजय सिंह ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि तलाशी के दौरान मिले काले पदार्थ की जांच में यह नारकोटिक्स साबित हुआ है।
चरस डीलर (Hashish Dealer) की तलाश में जुटी पुलिस
जेलर की तहरीर पर शरद कुमार के खिलाफ एनडीपीएस की प्रासंगिक धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए अधिवक्ता शरद कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। फिलहाल मामले की विवेचना जारी है और पुलिस उस चरस बेचने वाले विशाल की भी तलाश में जुटी हुई है, जिससे अधिवक्ता ने नशे का सामान खरीदा था। इस घटना से जिला कारागार प्रशासन में हड़कंप मच गया है और अधिकारियों ने जेल की निगरानी और तलाशी प्रक्रिया को और सख्त करने के निर्देश दिए हैं।