• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

जानें कैसे मिला भगवान को शंकर को तीसरा नेत्र

Writer D by Writer D
18/04/2022
in धर्म, फैशन/शैली
0
Shiva

Shiva

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

हर दिन के हिसाब से सप्ताह में सातों दिन (7 Days in a Week) अलग अलग भगवान को समर्पित है. सोमवार को भगवान शिव का दिन माना जाता है. भगवान शिव (Lord Shiva) से जुड़ी कई रोचक कहानियां पढ़ने और सुनने को मिलती है. आज की इस कड़ी में हम उस कहानी के बारे में जानेंगे जिसमें शंकर जी की तीसरी आंख कैसे उत्पन्न हुई का उल्लेख है.

भगवान शिव की तीसरी आंख के बारे में सभी जानते हैं कि जब जब भोलेनाथ ने अपनी तीसरी आंख खोली है तब तब सृष्टि का विनाश हुआ है या फिर ये भी कहा जा सकता है कि भगवान शिव अपनी तीसरी आंख अधिक क्रोधित होने पर ही खोलते हैं. इसका सबसे बड़ा उदहारण कामदेव है. किस तरह कामदेव ने भगवान शिव की तपस्या को भंग किया था और कैसे वो शिव जी के क्रोध का शिकार हुए थे ये जग जाहिर है. भोले नाथ की तीसरी आंख को उनकी दिव्य दृष्टि भी कहा जाता है. यह भी मान्यता है कि भगवान शंकर अपनी तीसरी आंख से आत्मज्ञान प्राप्त करते हैं.

भगवान शिव के तीसरे नेत्र उत्पत्ती की कहानी

महाभारत के छठे खंड के अनुशासन पर्व में यह जानकारी दी गई है कि भगवान भोलेनाथ को तीसरी आंख कैसे मिली थी. पौराणिक कथा में उल्लेख है कि एक बार भगवान शिव और माता पार्वती के बीच हुई बातचीत के बारे में नारद जी बताते हैं. इसी बातचीत में तीन आंखों का रहस्य छिपा है.

इस कहानी के बारे में नारद जी बताते हैं कि एक बार की बात है भगवान शिव हिमालय पर्वत पर एक सभा कर रहे थे, जिसमें सभी देवता, ऋषि-मुनि और ज्ञानीजन उपस्थित थे. तभी उस सभा में माता पार्वती आईं और उन्होंने अपने मनोरंजन के लिए खुद के दोनों हाथों को भगवान शिव की दोनों आंखों पर रख दिये.

जैसे ही माता पार्वती ने भगवान शिव की आंखों को ढका, सृष्टि में अंधेरा हो गया. ऐसा लगा मानो सूर्य देव की कोई अहमियत ही नहीं है. इसके बाद धरती पर मौजूद सभी प्राणियों में खलबली मच गई. संसार की ये हालत देख कर भगवान शिव व्याकुल हो उठे और उसी समय उन्होंने अपने अपने माथे पर एक ज्योतिपुंज प्रकट किया, जो भगवान शिव की तीसरी आंख बन कर सामने आई. बाद में माता पार्वती के पूछने पर भगवान शिव ने उन्हें बताया कि अगर वो ऐसा नहीं करते तो संसार का नाश हो जाता, क्योंकि उनकी आंखें ही जगत की पालनहार हैं.

Tags: AstrologyAstrology tipsbhagwan shankarbhagwan shiv ki pujamonday ki pujashivthird eye
Previous Post

18 अप्रैल राशिफल: जानिए कैसा बीतेगा आपका आज का दिन

Next Post

देश में कोरोना से 214 लोगों की मौत, 2183 मिले नए केस

Writer D

Writer D

Related Posts

फैशन/शैली

नींबू को ऐसे करें स्टोर, लंबे समय तक रहेंगे फ्रेश

06/07/2025
Dum Aloo Lucknowi
खाना-खजाना

ऐसे बनाएं टेस्टी दम आलू, खाने के बढ़ जाएगा स्वाद

06/07/2025
Dream
Main Slider

सपने में फलों को दिखना होता है शुभ

06/07/2025
Gayatri Jayanti
धर्म

गायत्री जयंती कब है, जानें इसका महत्व

06/07/2025
Nail Art
फैशन/शैली

नेल आर्ट किट में शामिल करें ये चीजें, घर में ही मिलेगा पार्लर जैसा स्टाइल

06/07/2025
Next Post
Corona

देश में कोरोना से 214 लोगों की मौत, 2183 मिले नए केस

यह भी पढ़ें

CM Yogi

राहुल गांधी का बयान शर्मनाक, जवानों व जनता से माफी मांगेंः सीएम योगी

17/12/2022
winter fruits

सर्दियों में इन फलों का सेवन स्वास्थ्य के लिए होता है फायदेमंद

13/11/2021
yogi

सीएम योगी 10 लाख से अधिक ग्रामीणों को सौपेंगे उनके घरौनी प्रमाणपत्र

21/06/2022
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version