गोरखपुर। विभिन्न दलों से टिकट आस लगाये बैठे कार्यकर्ताओं को जब टिकट नहीं मिला तो अधिकांश न बगावत की राह चुन ली है। इससे राजनैतिक दलों के घोषित प्रत्याशियों की दुश्वारियां बढ़ गईं हैं।
भारतीय जनता पार्टी (BJP) से बगावत कर समाजवादी पार्टी (SP) का दामन थामने वाले स्वामी प्रसाद मौर्या को भी हाथी पर सवार हुए सपा के बागी इलियास अंसारी से दो-दो हाथ करना पड़ रहा है।
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कुशीनगर जिले की फाजिलनगर से मो.इलियास अंसारी ने भी बगावत की राह पर हैं। ये समाजवादी पार्टी (SP) के पूर्व जिलाध्यक्ष हैं। मुलायम सिंह यादव के करीबियों में शुमार और समाजवादी चिंतक पूर्व सांसद मोहन सिंह के प्रतिनिधि रह चुके मो.इलियास अंसारी ने अब हाथी की सवारी करते हुए बहुजन समाज पार्टी (बसपा) से टिकट लेकर स्वामी प्रसाद मौर्या के खिलाफ ताल ठोंक दी है और स्वामी प्रसाद मौर्या के लिए दिक्कत खड़ी कर दी है। फाजिलनगर में सर्वाधिक मुस्लिम मतदाता हैं। दूसरे नंबर पर ब्राह्मण व कुशवाहा हैं। इन दोनों जातियों के मतदाताओं की लगभग समान संख्या है।
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मो. इलियास के समर्थक और मुस्लिम मतदाताओं का एक बड़ा धड़ा सपा के खेमे से काफी नाराज है। तकरीबन हर रोज कहीं न कहीं नाराजगी जताने के लिए प्रदर्शन भी कर रहे हैं।
इधर, इलियास को बसपा से टिकट मिलने के बाद धरना प्रदर्शनों को छोड़कर इनके समर्थक अब प्रचार प्रसार में जुटे हैं। सपा के कुछ पुराने कार्यकर्ताओं ने भी स्वामी प्रसाद के खेमे में जाने की बजाय इलियास के पुराने संबंधों को ही तवज्जो देना मुनासिब समझा है।