भुवनेश्वर। ओडिशा में इस समय आसमानी आफत जमकर कहर बरपा रही है। शनिवार 2 सितंबर को राज्यभर में दो घंटे में 61 हजार बार बिजली (Lightning)गिरी, जिससे 12 लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा, जबकि 14 लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है। मौसम विभाग कहना है कि अभी आसमानी आफत से राहत मिलने की उम्मीद कम नजर आ रही है। मौसम विभाग ने सात सितंबर तक अलर्ट जारी किया है। वहीं मौसम विभाग ने बारिश की उम्मीद जताई है।
मौसम विभाग का कहना है कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर सक्रिय चक्रवाती परिसंचरण अगले 48 घंटों में कम दबाव वाले क्षेत्र में बदल सकता है और इसके प्रभाव से पूरे ओडिशा भर में बड़े पैमाने पर बारिश हो सकती है। मौसम विभाग के अनुसार, इस सप्ताह के अंत में तेज बारिश की संभावना है। बारिश को लेकर मौसम विभाग ने सात सितंबर तक येलो अलर्ट जारी किया है।
एसआरसी (विशेष राहत आयुक्त) सत्यब्रत साहू ने कहा कि चक्रवात ने राज्य में मानसून को सक्रिय कर दिया है, जिससे पूरे राज्यभर में जोरदार बारिश हुई है। भुवनेश्वर में जहां 126 मिमी तो कटक में 95।8 मिमी बारिश दर्ज की गई। सत्यब्रत साहू ने कहा कि स्थिति पर हमारी पूरी नजर है। लोगों को सुरक्षित स्थान पर रहने की सलाह दी जा रही है।
इन जिलों में हुआ जानमाल का नुकसान
बिजली गिरने की घटनाओं को देखते हुए लोगों से घर से बाहर न निकलने की अपील की जा रही है। शनिवार को बिजली गिरने से मरने वालों में से चार खुर्दा जिले से, दो बलांगीर से और एक-एक अंगुल, बौध, ढेंकनाल, गजपति, जगतसिंहपुर और पुरी से थे। एसआरसी ने बताया कि इसके अलावा, गजपति और कंधमाल जिलों में बिजली गिरने से आठ मवेशियों की भी मौत हुई है।
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वहीं राज्य के मौसम वैज्ञानिकों ने कहा कि आसमान से अधिक बिजली (Lightning) तब गिरती है, जब जब मानसून लंबे अंतराल के बाद सामान्य स्थिति में लौटता है। उन्होंने कहा कि ठंडी और गर्म हवाओं का टकराव से ऐसी बिजली गिरने की घटनाएं होती हैं।