• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

भगवान श्रीकृष्ण ने प्रकृति के संरक्षण का दिया सन्देश

Desk by Desk
14/11/2020
in Main Slider, ख़ास खबर, धर्म, फैशन/शैली
0
14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

धर्म डेस्क। कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा यानि दीपावली के दूसरे दिन पूरे देश में गोवर्धन पूजा का पर्व मनाया जाता है। इस दिन भगवान श्री कृष्ण,गिरिराज पर्वत एवं गौ माता की पूजा का विशेष महत्व होता है। ऐसा कहा जाता है कि इस दिन गाय की पूजा के बाद गाय पालक को अन्न, वस्त्र आदि वस्तुए दान में देना चाहिए। ऐसा करने से घर में सुख समृद्धि आती है। समूचे ब्रज सहित पूरे उत्तर भारत में इस दिन गोवर्धन पूजा और अन्नकूट का उत्सव मनाया जाता है। इसके अलावा इस दिन घरों में नए-नए पकवानों को बनाया जाता है। कुछ लोग इस दिन 56 या 108 तरह के पकवानों को बनाते हैं और श्रीकृष्ण को भोग चढ़ाते हैं।

इसलिए मनाते हैं गोवर्धन उत्सव

एक कथा के अनुसार, भगवान श्रीकृष्ण ने देवराज इंद्र का घमंड चूर करने के लिए उनकी पूजा को बंद कराकर उसकी जगह कृष्ण स्वरुप गोवर्धन पर्वत की पूजा की शुरुआत की थी। इससे गुस्साए इंद्रदेव ने भीषण तेज बारिश करा दी। बारिश के पानी से बचने के लिए ब्रज के लोग इधर उधर भागने लगे, लेकिन उन्हें छुपने के लिए कोई जगह नहीं मिली। इसके बाद श्री कृष्ण ने अपनी छोटी उंगली (कनिष्ठ उंगली) पर गोवर्धन पर्वत को उठा लिया और सभी ब्रजवासी सात दिन तक गोवर्धन पर्वत की शरण मे रहे। इंद्रदेव ने मांगी थी माफी

श्री कृष्ण के सुदर्शन चक्र के प्रभाव से ब्रजवासियों पर बारिश की एक बूंद भी नहीं पड़ी। ब्रह्माजी ने इंद्रदेव को समझाया कि पृथ्वी पर भगवान विष्णु ने श्रीकृष्ण के रूप में जन्म ले लिया है, तुम उनसे वैर मत करो। यह बात सुनकर इंद्रदेव अपनी गलती पर बहुत लज्जित हुए और उन्होंने भगवान श्रीकृष्ण से माफी मांग कर उनकी चरण वंदना की।

कैसे शुरू हुआ अन्नकूट महोत्सव

भगवान श्री कृष्ण ने भारी बारिश से गोवर्धन पर्वत के नीचे समूचे ब्रजवासियों को बचाया था। जिसके बाद श्रीकृष्ण ने लोगों को पर्वत और प्रकृति से मिलने वाली वस्तुओं की अहमियत बताने और उनके प्रति सम्मान जताना सिखाने के लिए गोवर्धन पर्वत की पूजा की शुरूआत की थी। इसलिए आज भी हर साल गोवर्धन पूजा की जाती है। जिसमें लोग गोबर और साबुत अनाज से भगवान कृष्ण और गोवर्धन पर्वत के प्रतीक बनाकर पूजा करते हैं और प्रकृति से मिलीं चीजों से ही अन्नकूट बनाकर भोग लगाया जाता है।

Tags: govardhan 2020govardhan 2020 dateGovardhan PujaGovardhan Puja 2020govardhan puja importancegovardhan puja vidhiShri Krishnaगोवर्धन पूजागोवर्धन पूजा 2020
Previous Post

2022 विधानसभा चुनावों में जनता अपनी तकलीफों का हिसाब लेगी : अखिलेश

Next Post

श्रीराम की अयोध्या ने बहुत अपमान सहा, अब मिलेगा उसका गौरव : योगी

Desk

Desk

Related Posts

Makhani Gravy
फैशन/शैली

झट से तैयार हो जाएगी ये डिश, मिलेगा होटल वाला स्वाद

12/10/2025
Tomato Garlic Chutney
खाना-खजाना

ये चटपटी डिश से बढ़ जाएगा खाने का स्वाद, नोट करें रेसिपी

12/10/2025
stuffed bell peppers
फैशन/शैली

चाय का स्वाद बढ़ा देगी मिर्च की ये चटपटी रेसिपी

12/10/2025
Paneer
Main Slider

इस सब्जी से घर पर बनाएं पनीर, बनाने में आसान और स्वाद भी लाजवाब

12/10/2025
खाना-खजाना

खाने को और भी टेस्टी बना देगा ये अचार, नोट कर लें रेसिपी

12/10/2025
Next Post
सीएम योगी

श्रीराम की अयोध्या ने बहुत अपमान सहा, अब मिलेगा उसका गौरव : योगी

यह भी पढ़ें

Solar Rooftop

सोलर सिटी के रूप में विकसित हो रहे है प्रदेश के समस्त नगर निगम

10/10/2024
arrested

चौबीस घंटे में आठ इनामी बदमाशों को पुलिस ने किया गिरफ्तार

03/11/2021
रामलला की भूमि

रामलला की भूमि पूजन की तैयारियों के लिए पहुंचे कई अधिकारी

27/07/2020
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version