जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने सतत विकास के लिए समावेशी और जन-केंद्रित नीतियां बनाने के मकसद से शनिवार को चार ‘पी’ मंत्र सुझाये।
श्री सिन्हा ने आईआईटी2020 ग्लोबल समिट में अपने वक्तव्य में शनिवार को कहा, “हम महामारी के बाद की दुनिया में अपने व्यापार पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने के लिए नई राह, नई नीतियां और नए तकनीकी साधन तैयार कर रहे हैं।”
उन्होंने आने वाले समय के लिए चार ‘पी’ मंत्र सुझाते हुए कहा कि हमारे पास परस्पर विकास की दिशा में आगे बढ़ने के लिए चार मंत्र हैं। ये चार मंत्र हैं- ‘पीस’ (शांति), ‘प्रोग्रेस’ (प्रगति), ‘प्रॉसपेरिटी’ (समृद्धि) और ‘पीपल फर्स्ट’ (लोक हित सर्वोपरि)।
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उन्होंने कहा कि कोविड-19 के खिलाफ जंग में आईआईटी और आईआईटी के छात्र एक बार फिर से अपनी क्षमता दिखाते हुए नयी तकनीक और उपाय लेकर सामने आए हैं।
श्री सिन्हा ने कहा कि युवा आबादी उद्यमी बनने के लिए तैयार है और ‘आत्मनिर्भर जम्मू कश्मीर’ के लिए अपना योगदान दे रही है।
उन्होंने कहा, “हमारे पास एक अनुकूल वातावरण है। एक मजबूत लोकतांत्रिक प्रणाली और नए व्यवसाय और सेवाओं को स्थापित करने के लिए नवीन विचारों से लैस प्रतिभाशाली युवा पुरुष और महिलाएं हैं।”