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जेल से छूटते ही सबको मार दूंगा…, राजन तिवारी ने दी पुलिसकर्मियों को धमकी

Rajan Tiwari

Rajan Tiwari

गोरखपुर। माफिया और पूर्व विधायक राजन तिवारी (Rajan Tiwari) ने कचहरी से जेल जाते समय चार पुलिसकर्मियों को जान से मारने की धमकी दी। उसके समर्थकों ने पुलिस कर्मियों से धक्का-मुक्की भी की है। इस मामले में कैंट पुलिस ने राजन तिवारी के खिलाफ रविवार को केस दर्ज किया है। राजन तिवारी (Rajan Tiwari) के खिलाफ सरकारी काम में बाधा डालने और धमकी देने की धारा में केस दर्ज हुआ है। राजन ने पुलिसकर्मियों को जेल से छूटकर आने पर जान से मारने की धमकी दी है।

राजन के जेल जाने के बाद पुलिस वालों ने इसकी शिकायत SSP से की। SSP डॉ.गौरव ग्रोवर ने इस मामले में तत्काल केस दर्ज करने के निर्देश दिए। कैंट थाने में तैनात सिपाही जय प्रकाश यादव, शरद, सौरभ और सुजीत की तहरीर पर माफिया राजन तिवारी (Rajan Tiwari) के खिलाफ सरकारी काम में बाधा डालने और सिपाहियों को धमकी देने का केस दर्ज किया है।

बिहार और यूपी में कई आपराधिक मामले दर्ज

दरअसल, राजन तिवारी (Rajan Tiwari) मोतिहारी के गोविंदगंज से विधायक रहा है। उसके खिलाफ बिहार और यूपी में कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। अकेले गोरखपुर में उस पर करीब 40 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं। वह कैंट थाने में दर्ज गैंगेस्टर के मुकदमे में वांछित था और करीब 60 NBW कोर्ट से जारी था। गोरखपुर पुलिस ने 20 हजार का इनाम भी घोषित किया था।

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बीते 18 अगस्त को गोरखपुर पुलिस ने बिहार पुलिस की मदद से राजन तिवारी रक्सौल के हरैया ओपी थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया है। वह नेपाल भागने की फिराक में था। इसके बाद पुलिस उसे गोरखपुर लाई और कोर्ट ने उसे 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। हालांकि जेल जाने के 24 घंटे के अंदर ही राजन को गोरखपुर जेल से फतेहगढ़ जेल में शिफ्ट कर दिया गया।

कौन है राजन तिवारी (Rajan Tiwari)?

मूल रुप से गोरखपुर के गगहा थाना क्षेत्र के सोहगौरा गांव निवासी राजन तिवारी ने साल 2019 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले लखनऊ में भाजपा की सदस्यता ली थी। जिस पर विवाद होने के बाद पार्टी ने राजन को साइड लाइन कर दिया था। हालांकि राजन तिवारी ने खुद को भाजपा नेता ही बताया। इससे पहले उन्होंने 2016 में BSP भी ज्वाइन की थी।

माफिया डॉन श्रीप्रकाश शुक्ला का था करीबी

राजन तिवारी की प्रारम्भिक शिक्षा भी गोरखपुर में हुई। युवा अवस्था में राजन तिवारी ने अपराध की दुनिया में कदम रख दिया। 80 के दशक के माफिया डॉन श्रीप्रकाश शुक्ला के संपर्क में आने के बाद राजन तिवारी का नाम कई अपराधों में सामने आया।

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