उत्तर प्रदेश में महोबा के बहुचर्चित इन्द्रकांत त्रिपाठी हत्याकांड में शासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए इस मामले में नामजद कबरई थाना प्रभारी और सिपाही को बर्खास्त कर दिया है।
चित्रकूट धाम मंडल के पुलिस महानिरीक्षक के0 सत्यनारायण ने मंगलवार को यहां बताया कि पुलिस उत्पीड़न में मौत का शिकार बने कारोबारी इन्द्रकांत त्रिपाठी प्रकरण की जांच के लिए पुलिस महानिदेशालय द्वारा वाराणसी के एडीजी विजय सिंह मीणा की अध्यक्षता में एसआईटी का गठन किया गया था। टीम ने एक सप्ताह तक महोबा में रहकर मामले की जांच की थी।
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एसआईटी की रिपोर्ट के बाद प्रकरण में आत्महत्या का मामला उभर कर सामने आया था। तब मामले में आरोपी महोबा के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक मणिलाल पाटीदार, कबरई एसओ देवेंद्र शुक्ला, सिपाही अरुण यादव, कारोबारी सुरेश सोनी तथा ब्रम्हदत्त तिवारी के विरुद्ध दर्ज केस में आवश्यक तब्दीली करके उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की अनुशंसा की गई थी।
आईजी ने बताया कि एसआईटी की जांच रिपोर्ट के आने के बाद शासन द्वारा बड़ी कार्रवाई अमल में लाते हुए मामले के नामजद आरोपियों एसओ देवेंद्र शुक्ला तथा सिपाही अरुण यादव को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है। एसओ देवेंद्र शुक्ला पर तथ्यों से छेड़छाड़ करने और मामले को प्रभावित करने के आरोप जांच में सामने आए है।
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उन्होंने बताया कि व्यापारी हत्याकांड के मुख्य आरोपी निलंबित एसपी आईपीएस मनीलाल पाटीदार की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीमें लगातार छापेमारी कर प्रयासरत है। फिलहाल एसओ ओर सिपाही की बर्खास्तगी से पुलिस महकमे में हड़कम्प मचा है।