• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

सबसे बड़े शस्त्र लाइसेंस फर्जीवाड़े में बड़ी कार्रवाई, लिपिक को किया निलंबित

Writer D by Writer D
05/04/2021
in Main Slider, उत्तर प्रदेश, क्राइम, ख़ास खबर, लखनऊ
0
arms license fraud

arms license fraud

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

यूपी के सबसे बड़े शस्त्र लाइसेंस फर्जीवाड़े में डीएम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए तत्कालीन सहायक शस्त्र लिपिक को बर्खास्त कर दिया है। आरोपी ने डीएम के हस्ताक्षर स्कैन करके 90 असलहों के लाइसेंस जारी कर दिए थे। पूरे मामले की जांच एसीएम सप्तम से कराई गई, जिसमें लिपिक के खिलाफ ऐसे 15 मामले सामने आए, जिसमें उसे दोषी माना गया है।

2019 में कलेक्ट्रेट के असलहा विभाग से अफसरों की नाक के नीचे फर्जी तरीके से 90 असलहा लाइसेंस बनाए गए थे। फर्जीवाड़े का खुलासा होने के बाद तत्कालीन एसीएम पष्ठम हरिश्चंद्र सिंह ने कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराई थी। तत्कालीन डीआईजी अनंत देव ने एसआईटी जांच बैठाई थी। एसआईटी ने खुलासा करके कलेक्ट्रेट के तत्कालीन सहायक शस्त्र लिपिक विनीत तिवारी, कलेक्ट्रेट के कारीगर जितेंद्र, मुकुल, जैकी, विशाल को गिरफ्तार किया था।

पूर्वी हिन्द महासागर में बहुपक्षीय नौसैन्य अभ्यास में भारत शामिल

28 अगस्त 2019 को विनीत को निलंबित किया गया था, अब सभी आरोपित जमानत पर हैं। विनीत ने दोबारा तैनाती के लिए कलेक्ट्रेट में प्रार्थना पत्र दिया था। उधर, फर्जीवाड़े की जांच पूर्व में एसीएम सप्तम और वर्तमान में एसडीएम नर्वल अमित ओमर ने की थी। कई बार स्पष्टीकरण मांगने के बावजूद विनीत ने जवाब नहीं दिया। उस पर जांच अधिकारी ने 15 तरह के आरोप लगाए थे। डीएम आलोक तिवारी ने कार्रवाई की पुष्टि की है।

खुद को बेकसूर साबित करने के लिए आरोपी विनीत ने जांच के दौरान जहर खा लिया था। वह कई दिन तक अस्पताल में भर्ती रहा। ठीक होते ही वह फरार हो गया था। एसआईटी ने कई दिन तलाश किया और चित्रकूट से गिरफ्तार किया था। वह एक साल से ज्यादा समय तक जेल में रहा।

इसरो जासूसी मामले की अगले हफ्ते सुनवाई करेगा सुप्रीम कोर्ट

विनीत ने फर्जी लाइसेंस बनवाने के लिए मनमाने पैसे वसूले थे। आर्किटेक्ट, टेनरी मालिक, फर्नीचर कारोबारी, फल व्यापारी और बिल्डरों के फर्जी लाइसेंस बनाए। एक लाइसेंस के बदले में उसने एक से पांच लाख रुपए तक वसूले थे। एसआईटी ने जांच के बाद इसकी पुष्टि की थी।

Tags: arms license fraudcrime news
Previous Post

पूर्वी हिन्द महासागर में बहुपक्षीय नौसैन्य अभ्यास में भारत शामिल

Next Post

भाजपा आज बूथ स्तर तक मनाएगी अपना स्थापना दिवस

Writer D

Writer D

Related Posts

Jeera Aloo
Main Slider

इस तरह से बनाए ये खास रेसिपी, आपको दिवाना बना देगा लाजवाब स्वाद

14/06/2025
Rice Samosa
खाना-खजाना

आज ट्राई करें ये स्पेशल डिश, खाते ही दिल हो जाएगा खुश

14/06/2025
Wedding Lehenga
Main Slider

पुराने लहंगे को करें रीयूज, हर कोई करेगा आपके लुक की तारीफ

14/06/2025
CM-YUVA Yojana
उत्तर प्रदेश

मिसाल बन रही ‘सीएम युवा’ योजना, पढ़े-लिखे योग्य युवाओं के दरवाजे खुद पहुंच रही योगी सरकार

13/06/2025
Bridge
उत्तर प्रदेश

योगी सरकार ने किया कमाल, 76 सेतु परियोजनाओं को पूरा करने में लगा सिर्फ साल

13/06/2025
Next Post
41th BJP Foundation Day

भाजपा आज बूथ स्तर तक मनाएगी अपना स्थापना दिवस

यह भी पढ़ें

सीएम योगी CM Yogi

बलरामपुर के युवाओं व महिला मंगल दल से सीएम योगी ने किया वर्चुअल संवाद

30/12/2020
Shukra Dev

शुक्र ग्रह कमजोर होने पर घट जाती है सुंदरता, ऐसे करें मजबूत

23/06/2024
Transfer

यूपी में तीन आईएएस और 14 पीसीएस अधिकारियों का तबादला, देखें पूरी लिस्ट

20/02/2023
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version