छठ पूजा (Chhath Puja) अब सिर्फ बिहार या यूपी में ही नहीं बल्कि पूरे देशभर में बड़ी धूम-धाम से मनाया जाता है। सूर्य देव और छठी मैया को समर्पित यह पर्व पूरे चार दिनों तक मनाया जाता है। इस दौरान कई रीति-रिवाजों और परम्पराओं का पालन किया जाता है, जैसे कि घर की महिलाएं 36 घंटे तक निर्जला व्रत करती हैं तो वहीं विशेष प्रकार के पारम्परिक व्यंजन भी बनाए जाते हैं। साथ ही, छठ पूजा (Chhath Puja) में घाट पर जा कर सूर्य देव को अर्ध्य दिया जाता है और उनका पूजन किया जाता है। अगर आप किसी भी वजह से घाट पर नहीं जा पा रही हैं या आपके आस-पास कोई घाट नहीं है, तो आप घर में ही घाट (Ghat) बनाकर पूजा कर सकती हैं। चलिए जानते हैं घर में किस तरह से घाट बनाकर पूजन किया जा सकता है।
छठ पूजा (Chhath Puja) के लिए सोसाइटी के स्विमिंग पूल को बनाएं घाट
अगर आप किसी ऐसी सोसाइटी में रह रही हैं जहां पर स्विमिंग पूल की सुविधा अवेलेबल है,तो ऐसी सिचुएशन में घाट पर ना जा पाने की स्थिति में आप सोसाइटी के स्विमिंग पूल के पास ही विधि-विधान के साथ छठ पूजा कर सकती हैं। कई सोसाइटी में तो, सोसाइटी अथॉरिटी के द्वारा ही स्विमिंग पूल को घाट की तरह सजा दिया जाता है, जहां पर सोसाइटी के सारे लोग एक साथ मिलकर पूजा करते हैं। स्विमिंग पूल के पास पूजा करने के बाद, आप पूल के पानी में खड़ी होकर सूर्यदेव को अर्घ्य दे सकती हैं।
छठ पूजा (Chhath Puja) के लिए घर की छत पर तैयार करें घाट
अगर आप कहीं ऐसी जगह पर रह रही है जहां पर स्विमिंग पूल आदि की सुविधा उपलब्ध नहीं है, तो आप अपने घर की छत पर ही छठ पूजा (Chhath Puja) के लिए घाट तैयार कर सकती हैं। अगर आपके घर में बच्चों का आर्टिफिशियल स्विमिंग टब या बाथ टब है, तो आप उससे भी अपने लिए छठ का घाट तैयार कर सकती हैं। अपने घर की छत पर बाथ टब को रखकर इसमें पानी भर दें। अब इसी के बगल में आप पूरे विधि-विधान के साथ छठ पूजा कर सकती हैं और फिर टब में खड़ी होकर सूर्य देव को अर्घ्य दे सकती हैं।
मिट्टी और ईंट से तैयार करें घाट
इन सब के अलावा भी आप मिट्टी और ईंट की मदद से घर में छठ पूजा (Chhath Puja) के लिए घाट तैयार कर सकती है। इसके लिए मिट्टी को पानी से गूंथकर इससे घर की छत पर गोल आकार देते हुए एक छोटा सा घेरा तैयार करें, जिसमें पानी को स्टोर किया जा सके। इसके बाद इसकी बाउंड्री लाइन को ईटों से कवर कर दें। इस प्रकार से आपका घाट बनकर तैयार हो जाएगा, जिसमें पानी भरकर आप छठ की पूजा कर सकती हैं।