मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि विपत्ति अगर अवसर है तो सफलता चुनौती है। चुनौतियों को अवसर और असफलता को सफलता में बदलने वाला ही जीवन में सफल होता है। छात्र हर चुनौती में अवसर और असफलता में सफलता तलाशें। यह बात बतौर अध्यक्ष मुख्यमंत्री ने गुरुवार को महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के 88वें संस्थापक सप्ताह समारोह के समापन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने छात्रों को नसीहत दी कि वे जीवन में पिछलग्गू बनने की बजाय नजीर बनें। खुद को समाज और देश के लिए बोझ नहीं, उपयोगी बनाएं। शिक्षण संस्थाएं टीम भावना के साथ ऐसा करें तो यह सम्भव है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में पिछले छह साल में देश बदल रहा है। अब पूरी दुनिया भारत की ओर देख रही है। अब भारत, दुनिया के अग्रणी देशों में शुमार हो गया है।
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महाराणा प्रताप इंटर कॉलेज परिसर के मंच से सीएम योगी आदित्यनाथ ने महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद से जुड़े छात्रों, शिक्षकों एवं अभिभावकों का आह्वान किया कि परिषद के शताब्दी वर्ष तक लक्ष्य बनाकर राष्ट्रीय शिक्षा नीति के व्यावहारिक एवं सैद्धांतिक पक्ष का अनुसरण करते हुए आगे बढ़ें ताकि आने वाले समय में यह परिषद उत्तर भारत का आदर्श शिक्षण संस्थान बने।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना संकट में प्रधानमंत्री की अगुवाई में जो अभूतपूर्व कार्य हुए, वह तकनीकी से ही सम्भव थे। इसलिए तकनीकी से जुड़ें और इसका बेहतर उपयोग करें। उन्होंने कहा कि जनवरी तक कोरोना की वैक्सीन आने की संभावना है,तब तक कोविड प्रोटोकॉल के मानकों का अनुपालन करें।
इसके अलावा कार्यक्रम को बतौर मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश के विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित विशिष्ट अतिथि के रूप में कैबिनेट मंत्री जल शक्ति मंत्री डा महेंद्र सिंह व दिगम्बर अखाड़ा के महंत सुरेश दास ने संबोधित किया।
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समारोह में प्रमुख रूप से भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल आरपी शाही, स्वामी राघवाचार्य, देवीपाटन शक्तिपीठ के महंत योगी मिथिलेश दास, सिद्धार्थ विश्वद्यालय के कुलपति प्रो सुरेंद्र दुबे, राम मनोहर लोहिया विश्विद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो रामअचल सिंह, वाराणसी से आए संत संतोष दास, सांसद रविकिशन, जयप्रकाश निषाद, विधायक फतेह बहादुर सिंह, महेंद्र पाल सिंह, शीतल पांडेय, संगीता यादव, राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष अंजू चौधरी आदि उपस्थित रहीं। अतिथियों का स्वागत एमपी शिक्षा परिषद के अध्यक्ष प्रो. यू पी सिंह ने किया।